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ଆଇଏସଆଇର 3 ସନ୍ଦିଗ୍ଧ ଗିରଫ - 3 ପାକିସ୍ତାନୀ ସନ୍ଦିଗ୍ଧ ଗିରଫ

ହରିୟାଣାର ହିସାର ଅଞ୍ଚଳରୁ 3 ପାକିସ୍ତାନୀ ସନ୍ଦିଗ୍ଧ ଗିରଫ କରିବାରେ ସଫଳ ହୋଇଛି ଭାରତୀୟ ଗୁଇନ୍ଦା ବିଭାଗ । ଭାରତୀୟ ସେନାର ଗୁପ୍ତ ତଥ୍ୟକୁ ସେମାନେ ପଡୋଶୀ ପାକିସ୍ତାନକୁ ପଠାଉଥିବାର ଜଣାପଡ଼ିଛି ।

ଫଟୋ ସୌଜନ୍ୟ: ଇଟିଭି ଭାରତ, ବ୍ୟୁରୋ
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Published : Aug 3, 2019, 11:31 AM IST

ନୂଆଦିଲ୍ଲୀ: ଭାରତୀୟ ଗୁଇନ୍ଦା ବିଭାଗକୁ ବଡ଼ ସଫଳତା । ହରିୟାଣାର ହିସାର ଅଞ୍ଚଳରୁ 3 ସନ୍ଦିଗ୍ଧ ଆଇଏସଆଇ ଏଜେଣ୍ଟ ଗିରଫ । ଭାରତୀୟ ସେନାର ଗୁପ୍ତ ଓ ସମ୍ବେଦନଶୀଳ ତଥ୍ୟକୁ ସେମାନେ ପାକିସ୍ତାନକୁ ପଠାଉଥିବାର ଅଭିଯୋଗ ହୋଇଛି । ଏପରିକି ବହୁ ଗୋପନୀୟ ତଥ୍ୟ ମଧ୍ୟ ପାକିସ୍ତାନକୁ ପଠାଇଥିବା ଜଣାପଡ଼ିଛି ।

ଏହି ତିନି ସଦିଗ୍ଧ ହେଉଛନ୍ତି ଉତ୍ତରପ୍ରଦେଶର ମସାବୀ ଅଞ୍ଚଳର 22 ବର୍ଷୀୟ ଖାଲିଦ, ମୁଜ୍ଜାଫରନଗରର ଶୋରପୁରର 28 ବର୍ଷୀୟା ମହତାବ ଓ 34 ବର୍ଷୀୟ ରାଗୀବ। ଛାବନୀ ଅଞ୍ଚଳରେ ଗତ କିଛି ଦିନ ଧରି କାମ ଚାଲୁଥିବା ବେଳେ ଏଠାରେ ଠିକାଦାର ଭାବେ କାମ କରୁଥିଲେ । ଏମାନଙ୍କ ଫୋନରୁ ପାକିସ୍ତାନକୁ ଭିଡିଓ ପଠାଯିବା ସହ ହ୍ବାର୍ଟସଆପ୍ ମାଧ୍ୟମରେ ଜୁଲାଇରେ ପାକିସ୍ତାନ ସହ କଥାବାର୍ତ୍ତା ହୋଇଥିବାର ସୂଚନା ମିଳିଛି ।

ଏହା ପୂର୍ବରୁ 22 ଜୁଲାଇରେ ଗୁଇନ୍ଦା ତଥ୍ୟ ଅଧାରରେ ପଞ୍ଜାମ ଅମୃତସରର ଜଣେ ରେଲୱେ କର୍ମଚାରୀଙ୍କୁ ଗିରଫ କରାଯାଇଥିଲା । ଗିରଫ କର୍ମଚାରୀ ପାକିସ୍ତାନର ଆଇଏସଆଇ ପାଇଁ କାମ କରୁଥିବାର ଅଭିଯୋଗ ହୋଇଥିଲା । ଗିରଫ ହୋଇଥିବା ସନ୍ଦିଗ୍ଧ ଅନେକ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ ତଥ୍ୟ ପଡୋଶୀ ଦେଶକୁ ଦେଉଥିଲା । ଏ ସମ୍ପର୍କରେ ଜଣାପଡିବା ପରେ ପଞ୍ଜାବ ପୋଲିସ ତାକୁ ଗିରଫ କରିଥିଲା ।

ନୂଆଦିଲ୍ଲୀ: ଭାରତୀୟ ଗୁଇନ୍ଦା ବିଭାଗକୁ ବଡ଼ ସଫଳତା । ହରିୟାଣାର ହିସାର ଅଞ୍ଚଳରୁ 3 ସନ୍ଦିଗ୍ଧ ଆଇଏସଆଇ ଏଜେଣ୍ଟ ଗିରଫ । ଭାରତୀୟ ସେନାର ଗୁପ୍ତ ଓ ସମ୍ବେଦନଶୀଳ ତଥ୍ୟକୁ ସେମାନେ ପାକିସ୍ତାନକୁ ପଠାଉଥିବାର ଅଭିଯୋଗ ହୋଇଛି । ଏପରିକି ବହୁ ଗୋପନୀୟ ତଥ୍ୟ ମଧ୍ୟ ପାକିସ୍ତାନକୁ ପଠାଇଥିବା ଜଣାପଡ଼ିଛି ।

ଏହି ତିନି ସଦିଗ୍ଧ ହେଉଛନ୍ତି ଉତ୍ତରପ୍ରଦେଶର ମସାବୀ ଅଞ୍ଚଳର 22 ବର୍ଷୀୟ ଖାଲିଦ, ମୁଜ୍ଜାଫରନଗରର ଶୋରପୁରର 28 ବର୍ଷୀୟା ମହତାବ ଓ 34 ବର୍ଷୀୟ ରାଗୀବ। ଛାବନୀ ଅଞ୍ଚଳରେ ଗତ କିଛି ଦିନ ଧରି କାମ ଚାଲୁଥିବା ବେଳେ ଏଠାରେ ଠିକାଦାର ଭାବେ କାମ କରୁଥିଲେ । ଏମାନଙ୍କ ଫୋନରୁ ପାକିସ୍ତାନକୁ ଭିଡିଓ ପଠାଯିବା ସହ ହ୍ବାର୍ଟସଆପ୍ ମାଧ୍ୟମରେ ଜୁଲାଇରେ ପାକିସ୍ତାନ ସହ କଥାବାର୍ତ୍ତା ହୋଇଥିବାର ସୂଚନା ମିଳିଛି ।

ଏହା ପୂର୍ବରୁ 22 ଜୁଲାଇରେ ଗୁଇନ୍ଦା ତଥ୍ୟ ଅଧାରରେ ପଞ୍ଜାମ ଅମୃତସରର ଜଣେ ରେଲୱେ କର୍ମଚାରୀଙ୍କୁ ଗିରଫ କରାଯାଇଥିଲା । ଗିରଫ କର୍ମଚାରୀ ପାକିସ୍ତାନର ଆଇଏସଆଇ ପାଇଁ କାମ କରୁଥିବାର ଅଭିଯୋଗ ହୋଇଥିଲା । ଗିରଫ ହୋଇଥିବା ସନ୍ଦିଗ୍ଧ ଅନେକ ଗୁରୁତ୍ୱପୂର୍ଣ୍ଣ ତଥ୍ୟ ପଡୋଶୀ ଦେଶକୁ ଦେଉଥିଲା । ଏ ସମ୍ପର୍କରେ ଜଣାପଡିବା ପରେ ପଞ୍ଜାବ ପୋଲିସ ତାକୁ ଗିରଫ କରିଥିଲା ।

Intro:एंकर- हिसार छावनी में सेना की जांच एजेंसियों ने तीन संदिग्ध लोगों को पकड़ा है। इनके मोबाइल फोन से छावनी के अंदर की वीडियो मिली है तीनों से पूछताछ की जा रही है। इन्हें शनिवार को पुलिस को सौंपा जाएगा। आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली के मसाबी निवासी 22 वर्षीय खालिद, मुजफ्फरनगर के शेरपुर गांव निवासी 28 वर्षीय महताब और 34 वर्षीय रागीब के रूप में हुई है। छावनी में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है जिसके लिए ठेकेदार की तरफ से बाहर से मजदूर भेजे जा रहे हैं पकड़े गए तीनों संदिग्ध भी ठेकेदार के जरिए मजदूरी करने छावनी में घुसी थी शक होने पर करीब 1 सप्ताह से जांच एजेंसियां इन पर बारीकी से नजर रख रही थी शक के आधार पर 1 अगस्त को तीनों को पकड़ लिया। इनके मोबाइल फोन में कैंट की वीडियो क्लिप बनाई गई है। व्हाट्सएप से जुलाई की शुरुआत में पाकिस्तान भी फोन किया गया था। जानकारी के अनुसार मेहताब प्लांट का ठेकेदार है जबकि राजीव खैराद के काम में दक्ष है । जानकारी के अनुसार गांव में दोनों युवकों का चाल चलन बहुत अच्छा रहा है ।

हिसार सैनिक छावनी से जासूसी के शक में पकड़े गए तीन युवक पूछताछ में बार-बार बदल रहे बयान, अब पुलिस के हवाले करेगी सेना

पाकिस्तानी सेना के शख्स से फोन पर संपर्क में था मेहताब

भारतीय नंबर पर भेजी कैंट की वीडियो और फोटो

हिसार कैंट छावनी की इंटेलीजेंस टीम और सेना पुलिस ने मेहताब खालिद और राजीव को जासूसी के शक में पकड़ा है पकड़े गए तीनों आरोपियों में से मेहताब ज्यादा शक के दायरे में है महताब ने एक भारतीय फोन नंबर पर कैंट क्षेत्र की वीडियो और फोटो बनाकर भेजी थी वही पकड़ा गया खाली जांच एजेंसियों को बरगलाने का प्रयास कर रहा है। उसकी तरफ से जुलाई के प्रथम सप्ताह में जिस नंबर पर व्हाट्सएप कॉल की गई वह पाकिस्तान और उससे जुड़े किसी शख्स का है। साथ ही वह जांच एजेंसी को पाकिस्तान में रिश्तेदार होने की बात कहते हुए सही तरह से रिश्ता भी नहीं बता पा रहा है। जांच एजेंसियों की तरफ से नंबर के अलावा उसकी तरफ से बताए जा रहे हैं रिश्तेदारों की भी जांच शुरू कर दी है।

Body:हिसार छावनी में मिलिट्री इंजीनियर सर्विस की बिल्डिंग का निर्माण चल रहा है उसके लिए मजदूरों को भेजा गया था। तीनों आरोपितों की वहां तक पहुंचने के बाद एजेंसियों ने जासूसी के शक में उनको पकड़ा था। पकड़े गए खालिद के फोन नंबर की जांच हुई तो उसने पाकिस्तान के नंबर पर बातचीत के सामने आई। खालिद ने बताया कि पाकिस्तान में उसका रिश्तेदार रहता है। एजेंसियों ने रिश्ता पूछा तो वह कभी बुआ के कभी मामा का रिश्ता बताने लगा जिससे उस पर शक बढ़ गया। नंबर की जांच की गई तो पता चला कि वह पाकिस्तान में किसी शख्स का नंबर है। मिलिट्री इंटेलीजेंस ईस एंगल की जांच करने के साथ अब उस नंबर की जांच शुरू की गई जिस पर छावनी की वीडियो और फोटो भेजी गई है। भारतीय नंबर होने के कारण कांटा निकालने के साथ उस व्यक्ति से भी पूछताछ हो सकती है। सेना की तरफ से आप सभी को पुलिस को सौंपा जा रहा है उसकी तरफ से अब आगे की जांच शुरू होगी।
Conclusion:
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