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स्तनपान के साथ ही बच्चे के विकास के लिए इस टेक्निक को भी अपनाएं, जानिए विश्व स्तनपान सप्ताह विशेष में - which day is today

स्तनपान से संबंधित विषयों पर जागरूकता बढ़ाने और माताओं को स्तनपान के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से हर साल वैश्विक स्तर पर अगस्त माह के पहले सप्ताह में विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता है. World Breastfeeding Week 2023 .

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Published : Aug 3, 2023, 2:59 PM IST

विश्व स्तनपान सप्ताह : जन्म के बाद एक शिशु के लिए कम से कम 6 महीनों तक स्तनपान बेहद जरूरी होता है. वहीं जन्म के एक घंटे के अंदर पहली बार नवजात को माता का पहला दूध पिलाना या स्तनपान कराना उसे कई तरह की बीमारियों व समस्याओं से सुरक्षित रखने के लिए जरूरी होता है. किसी भी नवजात के लिए स्तनपान अमृततुल्य फायदे देता है. माता का दूध एक सम्पूर्ण आहार होता है जिसमें बच्चे के पोषण के लिए जरूरी सभी आवश्यक तत्व होते हैं. लेकिन बच्चों के विकास के लिए बेहद जरूरी होने के बावजूद बड़ी संख्या में नवजात तथा शिशु अलग-अलग कारणों से जरूरी अवधि तक स्तनपान के लाभ नहीं ले पाते हैं.

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विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो वैश्विक स्तर पर हर 3 में से 2 बच्चे जरूरी मात्रा में या बिल्कुल भी स्तनपान नहीं कर पाते हैं. जिसका असर उनके स्वास्थ्य के साथ बच्चों की मृत्युदर पर भी पड़ता है. स्तनपान के सभी फ़ायदों तथा उसकी जरूरत को लेकर लोगों को जागरूकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष अगस्त माह के पहले सप्ताह (1-7 अगस्त) को विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यह साप्ताहिक आयोजन "इनेवलिंग ब्रेस्ट-फीडिंग : मेकिंग अ डिफरेंस फॉर वर्किंग पेरेंट्स” थीम पर मनाया जा रहा है.

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स्तनपान को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की अपील: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) बच्चे को जीवन के पहले 6 महीनों तक केवल स्तनपान तथा इसके बाद 2 साल और उससे अधिक समय तक उचित पूरक खाद्य पदार्थों के साथ स्तनपान जारी रखने की सलाह देता है. दरअसल माता के दूध में कई तरह की एंटीबॉडी मौजूद होती हैं जो कई प्रचलित बाल रोगों को रोकने में बच्चों की सहायता करते हैं. डब्ल्यूएचओ सभी माताओं को जन्म के बाद जितनी जल्दी हो सके, विशेषकर प्रसव के बाद पहले घंटे के भीतर स्तनपान शुरू कराने तथा माता को सही तरह से स्तनपान कराने के लिए प्रशिक्षित करने की अपील करता है.

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कंगारू केयर तकनीक की सलाह: इसके अलावा बहुत जरूरी है कि स्तनपान से जुड़ी कठिनाइयों का प्रबंधन करना भी महिला को सिखाया जाय जिससे ना सिर्फ वह संबंधित समस्याओं से बच सके, साथ ही बच्चा भी स्वस्थ व सुरक्षित तरह से स्तनपान कर सके. स्तनपान के लिए कुशल परामर्श तथा स्तनपान से जुड़े सही व्यवहार का प्रशिक्षण स्तनपान की अवधि बढ़ सकती है . इसके अलावा संगठन महिलाओं को अपने तथा बच्चे के स्वास्थ्य के लिए जरूरी बातों को ध्यान रखने तथा मातापिता और बच्चों के बीच भावनात्मक जुड़ाव बढ़ाने के लिए कंगारू केयर तकनीक को अपनाने की सलाह भी देता है. World Breastfeeding Week 2023 .

विश्व स्तनपान सप्ताह : जन्म के बाद एक शिशु के लिए कम से कम 6 महीनों तक स्तनपान बेहद जरूरी होता है. वहीं जन्म के एक घंटे के अंदर पहली बार नवजात को माता का पहला दूध पिलाना या स्तनपान कराना उसे कई तरह की बीमारियों व समस्याओं से सुरक्षित रखने के लिए जरूरी होता है. किसी भी नवजात के लिए स्तनपान अमृततुल्य फायदे देता है. माता का दूध एक सम्पूर्ण आहार होता है जिसमें बच्चे के पोषण के लिए जरूरी सभी आवश्यक तत्व होते हैं. लेकिन बच्चों के विकास के लिए बेहद जरूरी होने के बावजूद बड़ी संख्या में नवजात तथा शिशु अलग-अलग कारणों से जरूरी अवधि तक स्तनपान के लाभ नहीं ले पाते हैं.

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विश्व स्वास्थ्य संगठन की माने तो वैश्विक स्तर पर हर 3 में से 2 बच्चे जरूरी मात्रा में या बिल्कुल भी स्तनपान नहीं कर पाते हैं. जिसका असर उनके स्वास्थ्य के साथ बच्चों की मृत्युदर पर भी पड़ता है. स्तनपान के सभी फ़ायदों तथा उसकी जरूरत को लेकर लोगों को जागरूकता बढ़ाने के लिए हर वर्ष अगस्त माह के पहले सप्ताह (1-7 अगस्त) को विश्व स्तनपान सप्ताह के रूप में मनाया जाता है. इस वर्ष यह साप्ताहिक आयोजन "इनेवलिंग ब्रेस्ट-फीडिंग : मेकिंग अ डिफरेंस फॉर वर्किंग पेरेंट्स” थीम पर मनाया जा रहा है.

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स्तनपान को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन की अपील: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) बच्चे को जीवन के पहले 6 महीनों तक केवल स्तनपान तथा इसके बाद 2 साल और उससे अधिक समय तक उचित पूरक खाद्य पदार्थों के साथ स्तनपान जारी रखने की सलाह देता है. दरअसल माता के दूध में कई तरह की एंटीबॉडी मौजूद होती हैं जो कई प्रचलित बाल रोगों को रोकने में बच्चों की सहायता करते हैं. डब्ल्यूएचओ सभी माताओं को जन्म के बाद जितनी जल्दी हो सके, विशेषकर प्रसव के बाद पहले घंटे के भीतर स्तनपान शुरू कराने तथा माता को सही तरह से स्तनपान कराने के लिए प्रशिक्षित करने की अपील करता है.

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कंगारू केयर तकनीक की सलाह: इसके अलावा बहुत जरूरी है कि स्तनपान से जुड़ी कठिनाइयों का प्रबंधन करना भी महिला को सिखाया जाय जिससे ना सिर्फ वह संबंधित समस्याओं से बच सके, साथ ही बच्चा भी स्वस्थ व सुरक्षित तरह से स्तनपान कर सके. स्तनपान के लिए कुशल परामर्श तथा स्तनपान से जुड़े सही व्यवहार का प्रशिक्षण स्तनपान की अवधि बढ़ सकती है . इसके अलावा संगठन महिलाओं को अपने तथा बच्चे के स्वास्थ्य के लिए जरूरी बातों को ध्यान रखने तथा मातापिता और बच्चों के बीच भावनात्मक जुड़ाव बढ़ाने के लिए कंगारू केयर तकनीक को अपनाने की सलाह भी देता है. World Breastfeeding Week 2023 .

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