उत्तरकाशी: कोरोनाकाल में प्रवासियों के लौटने के बाद स्वरोजगार से जोड़ने को लेकर सरकार तत्परता से कार्य कर रही है. इसी कड़ी में जनपद के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक ने सिक्योर हिमालय के तहत चल रही तैयारियों का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि उत्तरकाशी के लंका क्षेत्र में पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र बनाया जा रहा है साथ ही चमोली और उत्तरकाशी में भालू रेस्क्यू केंद्र स्थापित करने के लिये शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा.
ग्रामीणों के साथ आयोजित कार्यशाला में मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि सिक्योर हिमालय के तहत चयनित गांव के करीब 100 युवाओं को साहसिक खेलों और होम स्टे सहित बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिससे कि वे अपने स्वरोजगार के नए आयामों को अपने लिए तलाश कर पाएंगे.
बता दें कि मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक ने गंगोत्री धाम पहुंचकर मां गंगा के दर्शन किये. जिसके बाद उन्होंने भैरो घाटी में प्रस्तावित देश के पहले हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र का स्थलीय निरीक्षण किया. इसके साथ ही सीमांत धराली गांव में सिक्योर हिमालय के तहत चयनित गांव के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों के साथ कार्यशाला में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की.
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वहीं, ग्रामीणों ने मुख्य वन संरक्षक गढ़वाल सुशांत पटनायक के सामने समस्याएं रखते हुए बताया कि जंगली जानवरों के कारण पहाड़ों में खेती को सबसे ज्यादा नुकसान होता है. जिस पर सुशांत पटनायक ने कहा कि उत्तरकाशी और चमोली में भालूओं का रेस्क्यू करने के लिए केंद्र स्थापित करने की तैयारी वन विभाग कर रहा है. इसके लिए जल्द ही विशेषज्ञ की राय लेकर शासन को प्रस्ताव भेजा जाएगा. साथ ही डीएफओ उत्तरकाशी वन प्रभाग संदीप कुमार ने ग्रामीणों ने सिक्योर हिमालय की जानकारी ग्रामीणों को दी.