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बेहतरीन कार्य के लिए पटारा गांव की महिलाओं को मिला स्टार वुमेन ऑर्गेनाइजेशन पुरस्कार

पटारा गांव की महिलाओं ने न सिर्फ अपने दम पर गांव का तस्वीर बदल दी है, बल्कि जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करके एक मिसाल भी पेश की है.

Uttarkashi
पटारा गांव की महिलाएं
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Published : Oct 11, 2020, 3:53 PM IST

उत्तरकाशी: डुंडा ब्लॉक के पटारा गांव की महिलाओं को पर्यावरणीय संस्था अर्थ डे नेटवर्क ने स्टार वुमेन ऑर्गेनाइजेशन के पुरस्कार से सम्मानित किया है. ये पुरस्कार उन्हें जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए मिला है. पटारा गांव की महिला बीते दो सालों से जल संरक्षण का काम कर रही हैं.

Uttarkashi
स्टार वुमेन ऑर्गेनाइजेशन से सम्मानित.

अर्थ डे नेटवर्क ने गांव में किए गए जल सरंक्षण के कार्यों को एक लोकगीत के साथ अपने फेसबुक फेज पर भी शेयर किया है. पटारा गांव की महिलाएं एक संगठन की मदद से बीते दो सालों से क्षेत्र में जल संरक्षण का काम कर रही हैं. ग्रामीण महिलाओं ने निजी संस्था की मदद से गांव में चाल-खाल बनाकर अपने प्राकृतिक स्रोतों को भी जीवित किया है. इस बेहतरीन कार्य के लिए अर्थ डे नेटवर्क ने उन्हें सम्मानित किया है.

पढ़ें- उत्तराखंड: मोदी सेना ने रखा दो लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य, मां गंगा का लिया आशीर्वाद

हिम पटारा ग्राम संगठन की महिलाओं के साथ काम कर रहे निजी संस्था के संयोजक कमलेश गुरूरानी ने बताया कि जल संरक्षण के साथ ये महिलाएं पोषण को लेकर भी काम कर रही हैं. ग्रामीण महिलाएं अपने घर के आसपास क्यरियों में पानी के टैंक बनाकर सब्जी उत्पादन भी कर रही हैं. जिससे उनकी आजीविका को मजबूती मिल रही है.

उत्तरकाशी: डुंडा ब्लॉक के पटारा गांव की महिलाओं को पर्यावरणीय संस्था अर्थ डे नेटवर्क ने स्टार वुमेन ऑर्गेनाइजेशन के पुरस्कार से सम्मानित किया है. ये पुरस्कार उन्हें जल संरक्षण के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए मिला है. पटारा गांव की महिला बीते दो सालों से जल संरक्षण का काम कर रही हैं.

Uttarkashi
स्टार वुमेन ऑर्गेनाइजेशन से सम्मानित.

अर्थ डे नेटवर्क ने गांव में किए गए जल सरंक्षण के कार्यों को एक लोकगीत के साथ अपने फेसबुक फेज पर भी शेयर किया है. पटारा गांव की महिलाएं एक संगठन की मदद से बीते दो सालों से क्षेत्र में जल संरक्षण का काम कर रही हैं. ग्रामीण महिलाओं ने निजी संस्था की मदद से गांव में चाल-खाल बनाकर अपने प्राकृतिक स्रोतों को भी जीवित किया है. इस बेहतरीन कार्य के लिए अर्थ डे नेटवर्क ने उन्हें सम्मानित किया है.

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हिम पटारा ग्राम संगठन की महिलाओं के साथ काम कर रहे निजी संस्था के संयोजक कमलेश गुरूरानी ने बताया कि जल संरक्षण के साथ ये महिलाएं पोषण को लेकर भी काम कर रही हैं. ग्रामीण महिलाएं अपने घर के आसपास क्यरियों में पानी के टैंक बनाकर सब्जी उत्पादन भी कर रही हैं. जिससे उनकी आजीविका को मजबूती मिल रही है.

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