उत्तरकाशी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट ऑल वेदर रोड पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. जिला मुख्यालय से महज 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बड़ेथी में गंगोत्री हाईवे का करीब 250 मीटर लम्बा पैच धंसने लगा है. साथ ही गंगोत्री हाईवे पर करीब 1 से 2 इंच चौड़ी दरारें आ गई हैं, जिससे आसपास के घरों पर खतरा मंडराने लगा है.
नेशनल हाईवे एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लि. (NHIDCL) ने दो महीने पहले ही मातली से लेकर बड़ेथी तक गंगोत्री हाईवे का चौड़ीकरण कर ऑल वेदर रोड का निर्माण पूरा किया था. अरबों की लागत से चल रहे आल वेदर रोड के निर्माण कार्यों में किस प्रकार घटिया गुणवत्ता के साथ योजना को पलीता लगाया जा रहा है, इसकी हकीकत बयां कर रहा है बड़ेथी में गंगोत्री हाईवे. यहां घटिया गुणवत्ता की बड़ी तस्वीरें सामने आई है.
हाईवे पर करीब 250 मीटर लंबे क्षेत्र में चौड़ी दरारें हादसों को न्यौता दे रही हैं. साथ ही गंगोत्री हाईवे का यह हिस्सा धंसने भी लगा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि अभी बरसात शुरू ही हुई है और यह सड़क 2 महीने भी नहीं टिक पाई. जबकि गंगोत्री धाम के साथ यह अंतरराष्ट्रीय सीमा को भी जोड़ती है. साथ ही आल वेदर रोड धंसने से सड़क के नीचे करीब 7 से 8 भवनों को खतरा बन गया है. साथ ही ऑल वेदर रोड के तहत बनाया गया नाला भी ग्रामीणों के घरों की ओर छोड़ दिया गया है.
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ग्रामीणों का कहना है कि इतनी बड़ी लापरवाही के बाद भी भी जिम्मेदार अधिकारियों और ठेकेदार पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है. शायद शासन और प्रशासन तब जागेगा, जब कोई बड़ा हादसा हो जाएगा.