उत्तरकाशी: उत्तराखंड में कई टूरिस्ट डेस्टिनेशन (Uttarkashi Tourist Destination) हैं, जहां देश-विदेश के सैलानी खिंचे चले आते हैं. प्राकृतिक सौंदर्य से लवरेज पर्यटक स्थलों में हर साल बड़ी तादाद में सैलानी पहुंचते हैं. वहीं पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अब स्थानीय लोग और पर्यटन विभाग मिलकर काम कर रहे हैं, जिससे पर्यटन को पंख लगने की उम्मीद है.
उत्तरकाशी में होटल एसोसिएशन, संग्राली गांव के लोगों और पर्यटन विभाग की पहल पर विश्व पर्यटन दिवस 27 सितंबर से एक नया वी टॉप सर्किट (Uttarkashi V TOP Tourist Circuit) लॉन्च किया जा रहा है. इसमें उत्तरकाशी की खूबसूरत वादियों के बीच, ट्रेकिंग, साइकिलिंग, पहाड़ी संस्कृति, गढ़ भोज और प्राकृतिक संपदाओं से आपको रूबरू कराया जाएगा. इसके लिए जोर-शोर से तैयारियां चल रही हैं.
विश्व के पर्यटन मानचित्र पर उत्तरकाशी जिले का नाम कई ट्रेकिंग के लिए मशहूर है, लेकिन अब शहर की सुंदरता और इसके आसपास के पर्यटक स्थलों को नए सिरे से जोड़ने की उत्तरकाशी के कुछ युवाओं और पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों ने पहल की है. इसके लिए करीब 3 घंटे का एक वी टॉप सर्किट तैयार किया गया है. जोकि उत्तरकाशी में वरुणावत पर्वत (Uttarkashi Varunavat mountain) की तलहटी पर बनाए गए स्मृति वन से शुरू होकर संग्राली गांव तक पहुंचेगा. इस पूरे कार्यक्रम के समन्वयक के तौर पर काम कर रहे दीपेन्द्र पंवार, होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष शैलेंद्र मटूड़ा ने बताया कि इसे वरुणावत इको ट्रेल भी कहा जा सकता है.
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जिसकी शुरूआत पर्यावरण प्रेमी प्रताप पोखरियाल की ओर से तैयार किए गए स्मृति वन से की गई है. इस पैदल ट्रेक पर सबसे पहले स्मृति वन के लाखों पेड़, पौधे मिलेंगे. जिसमें हर प्रकार के वनस्पतियां और औषधीय गुणों से युक्त पौधे हैं. इसी स्मृति वन में प्रताप पोखरियाल ने सालों से कई पेड़ पौधों को संजोकर रखा है. इसके बाद पहुंचते हैं वरुणावत पर्वत पर. जहां पर डिजास्टर को लेकर छोटी सी ब्रीफिंग की जाएगी. सितंबर 2003 में एक माह तक जारी रहे वरुणावत भूस्खलन से उत्तरकाशी नगर में भारी तबाही मची थी. जिसका मंजर आज भी यहां के लोगों की आंखों में कैद है.
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भ्रमण के दौरान गढ़ भोज की व्यवस्था: इसके बाद इस ट्रेक के दौरान संग्राली गांव में कंडार देवता मंदिर दर्शन, संग्राली गांव में भ्रमण, स्थानीय भोजन पकवान जिन्हें गढ़ भोज (Garhwali food) कहा जाता है की भी व्यवस्था की गई है. साथ ही संग्राली गांव में इस दौरान रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित होगा. उन्होंने बताया कि कोशिश है कि ट्रेक को भविष्य के लिए और बेहतर तैयार किया जाए. साथ ही इसमें ज्यादा छेड़छाड़ न करके गढ़वाली लुक में ही रखा जाएगा. विश्व पर्यटन दिवस मनाने से पूर्व संग्रली गांव के ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान संदीप के नेतृत्व में स्वच्छता अभियान चलाया.
27 सितंबर को है विश्व पर्यटन दिवस: इस बार 27 सितंबर, दिन मंगलवार को 42वां विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है. वर्ष 2022 में विश्व पर्यटन दिवस की थीम 'पर्यटन पर पुनर्विचार' (Rethinking Tourism) रखी गई है. जो कि कोरोना महामारी के बाद पर्यटन उद्योग में हुए बदलाव पर पुनर्विचार करने को प्रेरित करता है.