उत्तरकाशी: पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव लवताड़ी निवासी 60 वर्षीय जगदीश लाल ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिलाधिकारी उसके 1 साल के पोते के लिए देवदूत बनकर आएंगे. जगदीश लाल का पोता केशव (1 वर्ष) हार्निया की बीमारी से पीड़ित है. केशव के मां की पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि पिता पहले ही छोड़कर जा चुके हैं. ऐसे हालात में केशव का सहारा उसके दादा जगदीश लाल ही हैं.
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जगदीश लाल भी अपने दोनों पोतों को पालने के लिए मेहनत मजदूरी करते हैं. वो भी ऐसे गांव में जहां ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. गरीबी के कारण वह अपने पोते केशव का इलाज करवाने में असमर्थ हैं. इन परिस्थितियों में जगदीश लाल और उसने पोते केशव के लिए उत्तरकाशी डीएम आशीष चौहान देवदूत बनकर आए.
डीएम आशीष चौहान सोमवार को बहुद्देशीय शिविर पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव सर बडियार पहुंचे थे. तभी जगदीश लाल भी अपने पोते के इलाज के लिए मदद मांगने सर सर बडियार गांव गए, जहां उन्होंने डीएम आशीष चौहान से मुलाकात की और उन्हें अपनी परेशानी बताई.
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डीएम ने बहुद्देशीय शिविर में जगदीश लाल के पोते केशव का प्राथमिक टेस्ट करवाए. इसके बाद वो केशव को अपने साथ जिला अस्पताल ले गए. डीएम चौहान ने बताया कि सीएमओ और सीएमएस को केशव के इलाज करने के निर्देश दिए गए हैं. केशव का इलाज जिला अस्पताल में शुरू हो गया है. सर्जन डॉ. एसडी सकलानी ने बताया कि केशव के सभी मेडिकल टेस्ट हो चुके हैं और बुधवार को केशव का ऑपरेशन किया जाएगा.