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एक साल के बच्चे के साथ डीएम आशीष चौहान ने किया ये काम, लोगों ने दिया 'देवदूत' नाम

सर्जन डॉ. एसडी सकलानी ने बताया कि केशव के सभी मेडिकल टेस्ट हो चुके हैं और बुधवार को केशव का ऑपरेशन किया जाएगा.

Uttarkashi DM Ashish Chauhan
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Published : Jun 12, 2019, 10:03 AM IST

उत्तरकाशी: पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव लवताड़ी निवासी 60 वर्षीय जगदीश लाल ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिलाधिकारी उसके 1 साल के पोते के लिए देवदूत बनकर आएंगे. जगदीश लाल का पोता केशव (1 वर्ष) हार्निया की बीमारी से पीड़ित है. केशव के मां की पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि पिता पहले ही छोड़कर जा चुके हैं. ऐसे हालात में केशव का सहारा उसके दादा जगदीश लाल ही हैं.

पढ़ें- उत्तराखंड पुलिस के हत्थे चढ़ा समरजहां हत्याकांड का मुख्य आरोपी, उगलेगा कई राज

जगदीश लाल भी अपने दोनों पोतों को पालने के लिए मेहनत मजदूरी करते हैं. वो भी ऐसे गांव में जहां ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. गरीबी के कारण वह अपने पोते केशव का इलाज करवाने में असमर्थ हैं. इन परिस्थितियों में जगदीश लाल और उसने पोते केशव के लिए उत्तरकाशी डीएम आशीष चौहान देवदूत बनकर आए.

डीएम आशीष चौहान सोमवार को बहुद्देशीय शिविर पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव सर बडियार पहुंचे थे. तभी जगदीश लाल भी अपने पोते के इलाज के लिए मदद मांगने सर सर बडियार गांव गए, जहां उन्होंने डीएम आशीष चौहान से मुलाकात की और उन्हें अपनी परेशानी बताई.

डीएम आशीष चौहान

पढ़ें- जंगल की आग की चपेट में आने से नेपाली मजदूर बुरी तरह से झुलसा, हायर सेंटर रेफर

डीएम ने बहुद्देशीय शिविर में जगदीश लाल के पोते केशव का प्राथमिक टेस्ट करवाए. इसके बाद वो केशव को अपने साथ जिला अस्पताल ले गए. डीएम चौहान ने बताया कि सीएमओ और सीएमएस को केशव के इलाज करने के निर्देश दिए गए हैं. केशव का इलाज जिला अस्पताल में शुरू हो गया है. सर्जन डॉ. एसडी सकलानी ने बताया कि केशव के सभी मेडिकल टेस्ट हो चुके हैं और बुधवार को केशव का ऑपरेशन किया जाएगा.

उत्तरकाशी: पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव लवताड़ी निवासी 60 वर्षीय जगदीश लाल ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिलाधिकारी उसके 1 साल के पोते के लिए देवदूत बनकर आएंगे. जगदीश लाल का पोता केशव (1 वर्ष) हार्निया की बीमारी से पीड़ित है. केशव के मां की पहले ही मौत हो चुकी है, जबकि पिता पहले ही छोड़कर जा चुके हैं. ऐसे हालात में केशव का सहारा उसके दादा जगदीश लाल ही हैं.

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जगदीश लाल भी अपने दोनों पोतों को पालने के लिए मेहनत मजदूरी करते हैं. वो भी ऐसे गांव में जहां ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं. गरीबी के कारण वह अपने पोते केशव का इलाज करवाने में असमर्थ हैं. इन परिस्थितियों में जगदीश लाल और उसने पोते केशव के लिए उत्तरकाशी डीएम आशीष चौहान देवदूत बनकर आए.

डीएम आशीष चौहान सोमवार को बहुद्देशीय शिविर पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव सर बडियार पहुंचे थे. तभी जगदीश लाल भी अपने पोते के इलाज के लिए मदद मांगने सर सर बडियार गांव गए, जहां उन्होंने डीएम आशीष चौहान से मुलाकात की और उन्हें अपनी परेशानी बताई.

डीएम आशीष चौहान

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डीएम ने बहुद्देशीय शिविर में जगदीश लाल के पोते केशव का प्राथमिक टेस्ट करवाए. इसके बाद वो केशव को अपने साथ जिला अस्पताल ले गए. डीएम चौहान ने बताया कि सीएमओ और सीएमएस को केशव के इलाज करने के निर्देश दिए गए हैं. केशव का इलाज जिला अस्पताल में शुरू हो गया है. सर्जन डॉ. एसडी सकलानी ने बताया कि केशव के सभी मेडिकल टेस्ट हो चुके हैं और बुधवार को केशव का ऑपरेशन किया जाएगा.

Intro:हेडलाइन- जगदीश लाल के पोते के लिए देवदूत बने डीएम। नोट- इस खबर की विसुअल बाईट मोजो से भेजी गई है। उत्तरकाशी। पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव लवताड़ी गांव के 60 वर्षीय जगदीश लाल ने सपने में भी नहीं सोचा था कि इस प्रकार जिले का डीएम उसके 1 वर्षीय पोते के लिए देवदूत बनकर आएगा। जगदीश लाल का पोता 1 वर्षीय केशव हर्निया बीमारी से जूझ रहा है। जिसकी माँ की मृत्यु हो चुकी है। तो वहीं पिता दो बच्चों को छोड़कर चला गया। किसी प्रकार जगदीश लाल गांव में ध्याड़ी मजदूरी कर बेटी के दो बच्चों का पालन पोषण कर रहा था। गरीबी के कारण वह अपने पोते का इलाज करवाने में असमर्थ है। साथ ही उस गांव में रहना जहां के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। डीएम जगदीश लाल के पोते को इलाज के लिए अपने साथ ही जिला चिकित्सालय ले आये।


Body:वीओ-1, डीएम डॉ आशीष चौहान सोमवार को बहुद्देशीय शिविर में पुरोला विकासखंड के दुर्गम गांव सर- बडियार क्षेत्र में पहुंचे। जहां पर लेवताड़ी गांव के जगदीश लाल भी अपने पोते की इलाज की सम्भवना के साथ सर गांव लिए जा रहे थे। तभी उनकी मुलाकात एक स्थानीय पत्रकार से हुई। पत्रकार जगदीश लाल और उसकी पत्नी और पोते को लेकर डीएम के पास पहुंचे। जगदीश लाल ने डीएम को बताया कि उनकी एक बेटी थी। जिसकी मौत हो चुकी है। दामाद बेटी के मरते ही भाग गया। अब वह अपनी बेटी के दो बच्चों का किसी प्रकार पालन पोषण कर रहे हैं। दुर्गम गांव की गरीबी के कारण वह अपने 1 वर्षीय पोते की हर्निया बीमारी का इलाज नहीं करवा पा रहे हैं।


Conclusion:वीओ-2, डीएम ने बहुद्देशीय शिविर के दौरान जगदीश लाल के पोते केशव का प्राथमिक टेस्ट करवाए और उसके बाद अपने साथ ही जगदीश लाल के पोते केशव को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले आये। डीएम डॉ आशीष चौहान ने बताया कि सीएमओ और सीएमएस को केशव के पूर्ण इलाज के लिए निर्देशित किया गया है। वहीं केशव का इलाज जिला अस्पताल में शुरू हो गया है। सर्जन डॉ एसडी सकलानी ने बताया कि केशव के सभी मेडिकल टेस्ट हो चुके हैं और बुधवार को केशव की बीमारी का ऑपरेशन किया जाएगा। बाईट-जगदीश लाल,ग्रामीण लेवताड़ी। बाईट- डॉ आशीष चौहान,डीएम उत्तरकाशी।
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