उत्तरकाशीः जनपद मुख्यालय सहित आसपास के इलाकों में लगातार बंदरों के हमले का खतरा बना हुआ है. जंगलों से शहरों की ओर आ रहे बंदर कब किस पर हमला कर दें, किसी को नहीं पता. बंदरों के आतंक के बाद ग्रामीण भयभीत नजर आ रहे हैं.
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन बंदर छतों और घरों पर बैठे लोगों पर हमला कर रहे हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि बंदरों को रोकने के लिए उचित कार्रवाई की जाए.
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डुंडा विकासखंड के पुजार गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य किशोर भूषण सेमवाल ने बताया कि गांव में बंदरों ने आतंक मचाया हुआ है. दो दिन में बंदरों ने दो ग्रामीणों को घायल कर दिया है. सेमवाल ने बताया कि बन्दर के हमले में बुजुर्ग सरस्वती देवी के पैर पर गंभीर चोटें आई हैं. ग्रामीणों का कहना है कि बन्दरों के डर के कारण अब ग्रामीण बच्चों को खुले में भी नहीं छोड़ पा रहे हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की है कि बंदरों के आतंक से छुटकारा पाने के लिए उचित इंतजाम किए जाएं.