पुरोला: उत्तराखंड में प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था की हालत दिनों-दिन खस्ता होती जा रही है. जिसकी वजह से अभिभावकों का भरोसा प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था से उठता जा रहा है. ईटीवी भारत की टीम ने मोरी ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय देवरा के छात्रों से बात की तो हकीकत सामने आ गई.
कक्षा-3 में पढ़ने वाले बच्चे प्रदेश का नाम, मुख्यमंत्री का नाम और देश के प्रधानमंत्री तक का नाम नहीं बता सकें. बच्चों की पढ़ाई की स्थिति के बारे में ETV BHARAT की टीम ने शिक्षामित्र से जानकारी चाही तो शिक्षामित्र ने बच्चों को मंदबुद्धि तक बता डाला. वहीं जब शिक्षामित्र से प्रदेश के राज्यपाल का नाम पूछा तो वो खुद भी इधर-उधर झांकने लगे.
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मोरी ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय देवरा के छात्र-छात्राओं का जवाब सुनकर आप उत्तराखंड में शिक्षा की स्थिति का अंदाजा लगा सकते हैं. राज्य सरकार प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को सुधारने और शिक्षकों की ट्रेनिंग पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है. लेकिन जमीनी स्तर पर हकीकत कुछ और ही नजर आ रही है.