उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय से महज 6 किमी दूर गमदीड़ गांव के ग्रामीणों की सड़क की मांग आखिरकार पूरी होती नजर आ रही है. मंगलवार को गमदीड़ गांव के लिए ज्ञानशू-साल्ड-उपरिकोट मार्ग पर घेरया नामे तोक से करीब 2.5 किमी लंबी सड़क के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया. ग्रामीणों ने कहा कि वह सड़क के लिए लंबे समय से मांग कर रहे थे, जो अब कई दशकों के बाद पूरी होती नजर आ रही है. भूमि पूजन में गंगोत्री विधानसभा के पूर्व दिवंगत विधायक गोपाल रावत की पत्नी भी शामिल हुईं.
उत्तरकाशी जिले के पास वरुणाघाटी के गमदीड़ गांव को सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए ज्ञानशू-साल्ड-उपरिकोट मार्ग का भूमि पूजन किया गया. सड़क का निर्माण लोक निर्माण विभाग पहले चरण में करीब 64 लाख की लागत से करेगा. यह सड़क घेरया नामे तोक से गमदीड़ गांव व लटूड़ गांव तक जाएगी जिसक लंबाई 2.5 किमी होगी. भूमि पूजन में गंगोत्री विधानसभा के पूर्व विधायक गोपाल रावत की पत्नी शांति रावत ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया. भूमि पूजन के मौके पर गमदीड़ गांव की ग्राम प्रधान कविता राणा सहित जिला पंचायत सदस्य सरिता चौहान भी मौजूद रहीं.
ये भी पढ़ेंः हाउस टैक्स में छूट को लेकर पार्षदों ने की महापौर से मुलाकात, सौंपा ज्ञापन
इस मौके पर गमदीड़ गांव के ग्रामीणों ने पूर्व दिवंगत विधायक गोपाल रावत के सड़क के लिए किए गए प्रयास को याद कर उनका धन्यवाद किया. दिवंगत गोपाल रावत की पत्नी शांति रावत ने कहा कि दिवंगत गोपाल रावत ने अपने कार्यकाल के दौरान गंगोत्री विधानसभा के 90 फीसदी गांव को सड़क से जोड़ा और अन्य गांव के सड़क से जुड़ने की अंतिम प्रक्रिया चल रही है. उन्होंने कहा कि उनके सभी विकास के सपनों को पूरा किया जाएगा. गौरतलब है कि इस सड़क निर्माण से करीब गांव के 500 लोगों को लाभ मिलेगा.