उत्तरकाशी: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार जनपद के 3000 हजार मीटर से अधिक ऊंचाई पर बर्फबारी हो रही है. वहीं निचले इलाकों में भी रविवार शाम से बारिश शुरू हो चुकी है. इसी क्रम में रविवार शाम गंगोत्री धाम में सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई. धाम के पुरोहितों का कहना है कि गंगोत्री से ऊपरी क्षेत्रों में भारी बर्फबारी जारी है और तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है.
गौर हो कि बीती 17 और 18 अक्टूबर को उच्च हिमालयी क्षेत्रों में ITBP के पोर्टरों और ट्रैकर्स की मौत के चलते गंगोत्री नेशनल पार्क में फिलहाल ट्रैकिंग और आवाजाही अग्रिम आदेश तक पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है.
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गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित पवन सेमवाल ने बताया कि रविवार शाम गंगोत्री धाम में बारिश के बाद बर्फबारी शुरू हो चुकी है. अगर देर रात तक ऐसी बर्फबारी चलती रही तो सोमवार सुबह तक गंगोत्री धाम बर्फ की सफेद चादर से ढ़क जाएगा. बारिश और बर्फबारी के बीच ही 0 डिग्री सेल्सियस तापमान में श्रद्धालु गंगोत्री धाम में दर्शन कर रहे हैं.
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गंगोत्री नेशनल पार्क के उपनिदेशक आरएन पांडेय का कहना है कि मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक के आदेश और उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी के खतरे को देखते हुए गंगोत्री नेशनल पार्क में ट्रैकिंग पर फिलहाल प्रतिबंध है. सोमवार को बैठक में इस पर चर्चा हो सकती है. पांडेय ने कहा कि बर्फबारी के कारण गोमुख सहित उच्च हिमालय क्षेत्रों के ट्रैक क्षतिग्रस्त हैं. इसलिए सुरक्षा और आपदा को देखते हुए भी उच्च हिमालयी क्षेत्रों में आवाजाही प्रतिबंधित है.