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उत्तरकाशी के इस गांव के बच्चे नहीं जा पा रहे स्कूल, पूर्व विधायक ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण - उत्तराखंड में भूस्खलन

उत्तरकाशी जिला मुख्यालय के पास दिलसौड़ गांव में पहाड़ी से हुए भू-स्खलन के कारण मार्ग बाधित हो गया था. जिसके चलते ग्रामाणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण बंद हुआ मार्ग.
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Published : Aug 24, 2019, 10:56 PM IST

उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय के पास दिलसौड़ गांव के रास्ते पर पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण मार्ग बाधित हो गया है. इस मार्ग पर बीते 18 अगस्त को पहाड़ी से मलबा गिरा था. तब से अब तक इस मार्ग को सुचारु नहीं किया जा सका है. जिस कारण पिछले 6 दिन से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. साथ ही ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, लोक निर्माण विभाग के एससी जेपी गुप्ता ने कहा कि वैकल्पिक तौर पर ट्रॉली लगाई जाएगी और मार्ग को खोलने का प्रयास जारी है.

पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण बंद हुआ मार्ग.

बता दें कि जिला मुख्यालय के पास दिलसौड़ गांव के रास्ते पर 18 अगस्त को पहाड़ी से भू-स्खलन हुआ था. जिस कारण रास्ता बंद हो गया है और लगभग 50 बच्चे 6 दिन से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. ग्रामीणों को अपनी जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है. ग्रामीणों ने कहा कि लम्बे समय से वे पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं. बावजूद शासन-प्रशासन उनकी इस समस्या की सुध नहीं ले रहा है.

पढ़ें: देवभूमि के मंदिरों से जेटली को था गहरा लगाव, सपरिवार पहुंचे थे जागेश्वर धाम

उधर, शनिवार को पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण गांव पहुंचे. इस दौरान ग्रामाीणों ने अपनी समस्या उनके सामने रखी. विजयपाल ने कहा कि भू-स्खलन जानलेवा है. साथ ही कहा कि बहुत ही दुर्भाग्य की बात है की बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. जिसके बाद पूर्व विधायक बुलाने के बुलाने पर लोक निर्माण विभाग के एससी मौके पर पहुंचे.

वहीं, मौके पर पहुंचे लोक निर्माण विभाग के एससी जेपी गुप्ता ने कहा गांव के लिए वैकल्पिक तौर पर ट्रॉली लगाई जाएगी. साथ ही कहा कि भू-स्खलन वाले मार्ग को खोलने की कोशिश की जा रही है.

उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय के पास दिलसौड़ गांव के रास्ते पर पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण मार्ग बाधित हो गया है. इस मार्ग पर बीते 18 अगस्त को पहाड़ी से मलबा गिरा था. तब से अब तक इस मार्ग को सुचारु नहीं किया जा सका है. जिस कारण पिछले 6 दिन से बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. साथ ही ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, लोक निर्माण विभाग के एससी जेपी गुप्ता ने कहा कि वैकल्पिक तौर पर ट्रॉली लगाई जाएगी और मार्ग को खोलने का प्रयास जारी है.

पहाड़ी से मलबा गिरने के कारण बंद हुआ मार्ग.

बता दें कि जिला मुख्यालय के पास दिलसौड़ गांव के रास्ते पर 18 अगस्त को पहाड़ी से भू-स्खलन हुआ था. जिस कारण रास्ता बंद हो गया है और लगभग 50 बच्चे 6 दिन से स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. ग्रामीणों को अपनी जान जोखिम में डालकर आवाजाही करनी पड़ रही है. ग्रामीणों ने कहा कि लम्बे समय से वे पुल निर्माण की मांग कर रहे हैं. बावजूद शासन-प्रशासन उनकी इस समस्या की सुध नहीं ले रहा है.

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उधर, शनिवार को पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण गांव पहुंचे. इस दौरान ग्रामाीणों ने अपनी समस्या उनके सामने रखी. विजयपाल ने कहा कि भू-स्खलन जानलेवा है. साथ ही कहा कि बहुत ही दुर्भाग्य की बात है की बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं. जिसके बाद पूर्व विधायक बुलाने के बुलाने पर लोक निर्माण विभाग के एससी मौके पर पहुंचे.

वहीं, मौके पर पहुंचे लोक निर्माण विभाग के एससी जेपी गुप्ता ने कहा गांव के लिए वैकल्पिक तौर पर ट्रॉली लगाई जाएगी. साथ ही कहा कि भू-स्खलन वाले मार्ग को खोलने की कोशिश की जा रही है.

Intro:उत्तरकाशी जिला मुख्यालय से सटे दिलसौड़ गांव के बच्चे विगत 6 दिन से स्कूल नहीं जा पाए हैं। क्योंकि गांव के मार्ग पर हुए भूस्खलन पर पानी के रिसाव के कारण लगातार बोल्डर गिर रहे हैं। उत्तरकाशी। जिला मुख्यालय से सटे दिलसौड़ गांव के रास्ते पर 18 अगस्त को भूस्खलन हुआ था। जिस कारण रास्ता बंद होने के कारण गांव के करीब 40 से 50 बच्चे 6 दिन से स्कूल नहीं जा पाए हैं। वहीं जो ग्रामीण आवाजाही भी कर रहे हैं। तो वह जान जोखिम में डालकर विगत दो दिनों से उस रास्ते पर आवाजाही कर रहे हैं। जहां पर लगातार पानी के रिसाव के कारण पत्थर गिर रहे हैं। वहीं विगत 6 दिनों से कोई भी अधिकारी ग्रामीणों की सुध लेने नहीं आया। शनिवार को जब पूर्व विधायक मौके पर पहुंचे। तो उनके बुलाने के बाद ही लोक निर्माण विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। etv bharat की ग्राउंड रिपोर्ट। Body:वीओ-1, दिलसौड़ महिला मंगल दल की अध्यक्ष रजमा देवी ने बताया कि विगत 6 दिनों से ग्रामीण गांव में ही बन्द हो कर रह गए हैं। 6 दिनों से गांव के करीब 40 से 50 बच्चे स्कूल नहीं जा पाए हैं। भूस्खलन से बंद रास्ते पर ग्रामीण दो दिन से आवाजाही तो कर रहे हैं। लेकिन वह कब ऊपर से आ रहे बोल्डर या मलबे में दब जाए। तो यह कोई नहीं जानता। वहीं निवर्तमान प्रधान विजयपाल महर का कहना है कि 6 दिन से कोई भी अधिकारी हो या चुने हुए जनप्रतिनिधि कोई भी ग्रामीणों की सुध लेने नहीं पहुंचा । कहा ग्रामीण गांव के लिए लंबे समय से पुल का निर्माण की मांग कर रहे हैं। लेकिन कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही है।Conclusion:वीओ-2, शनिवार को पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण मौके पर पहुंचे। जहां पर ग्रामीणों ने उनके सामने अपनी समस्या रखी। सजवाण ने कहा कि बहुत ही दुर्भाग्य की बात की स्कूली बच्चे स्कूल नहीं जा पाए। साथ ही भूस्खलन जानलेवा बना हुआ है। पूर्व विधायक के बुलाने पर एससी लोक निर्माण विभाग जेपी गुप्ता मौके पर आए। वहीं लोनिवि के एससी जेपी गुप्ता का कहना है कि गांव के लिए वैकल्पिक तौर पर ट्रॉली लगाई जाएगी। वहीं भूस्खलन वाले क्षेत्र पर भी मार्ग खोलने का प्रयास जारी है।
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