उत्तरकाशी: देवस्थानम बोर्ड का विरोध करने वाले तीर्थ पुरोहितों को कांग्रेसी कहने वाले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान पर गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया है. गंगोत्री के तीर्थ पुरोहितों ने त्रिवेंद्र रावत पर धामी सरकार को बदनाम करने का आरोप लगाया है.
वहीं, दूसरी ओर यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने बोर्ड में नामित सदस्यों का विरोध किया और कहा कि वो पुरोहितों के बीच के विभीषण और जयचंद हैं.
गंगोत्री धाम में ढोल दमाऊ के साथ त्रिवेंद्र रावत का पुतला दहन किया. धाम के तीर्थ पुरोहित सुधांशु सेमवाल का कहना है कि त्रिवेंद्र रावत इस प्रकार की बयानबाजी से धामी सरकार को बदनाम करना चाहते हैं जबकि वह स्वयं भाजपा मंडल में वर्तमान में पदाधिकारी हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या आज तीर्थ पुरोहित देवस्थानम बोर्ड का विरोध करने पर कांग्रेसी हो गए हैं?
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वहीं, यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने खरसाली में देवस्थानम बोर्ड में नामित सदस्यों का पुतला दहन किया. यमुनोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने आरोप लगाया है कि बोर्ड में नामित सदस्यों ने उनके साथ धोखा किया है, जिसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने राज्य सरकार को चेताया है कि वो सनातन धर्म की परंपरा और नियमों के साथ खिलवाड़ न करें.