उत्तरकाशीः यमुना घाटी के गंगनानी कुंड के पास सामूहिक विवाह केंद्र का निर्माण बजट के अभाव में अधर में लटका हुआ है. अभी तक करीब एक करोड़ रुपए खर्च भी चुके हैं, लेकिन अभी तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है. निर्माण कार्य ठप होने से निर्माणाधीन भवन खंडहर में तब्दील होने लगा है. आलम ये है कि चारों ओर झाड़ियां उग आई हैं और भवन आवारा पशुओं का अड्डा बन गया है.
गौर हो कि साल 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गंगनानी कुंड की जातर में सामूहिक विवाह केंद्र निर्माण की घोषणा की थी. साल 2021 में तत्कालीन यमुनोत्री विधायक केदार सिंह रावत ने सामूहिक केंद्र का विधिवत शिलान्यास किया. जिसका निर्माण समाज कल्याण विभाग के माध्यम से करीब 3 करोड़ की लागत से होना था.
लिहाजा, जिसके निर्माण का जिम्मा ग्रामीण निर्माण विभाग को सौंपा गया, लेकिन एक करोड़ रुपए खर्च होने के बाद बजट के अभाव में इसका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है. निर्माणाधीन भवन के चारों ओर झाड़ियां उग आई हैं. इसके अलावा आवारा पशुओं का ठिकाना बना हुआ है.
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नंदगांव के पूर्व प्रधान महावीर बिष्ट का कहना है कि कई बार बारात घर निर्माण पूरा करने की मांग कर चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इधर, ग्रामीण निर्माण विभाग के सहायक अभियंता आरएस नेगी का कहना है कि उन्हें एक करोड़ रुपए बजट मिला था. जो कि खर्च हो चुका है. अगली किश्त के लिए वो उत्तरकाशी से लेकर शासन तक समाज कल्याण विभाग को पत्र लिख चुके हैं, लेकिन बजट जारी नहीं हुआ है.
करीब 65 गांवों को मिलना था लाभः नौगांव ब्लॉक की बनाल, ठकराल, मुंगरसंती, गीठ और ओजरी समेत बड़कोट क्षेत्र के 65 गांवों को सामूहिक बारात घर का लाभ मिलना था. धार्मिक महत्व के चलते गंगनानी में साल भर लोग पहुंचते हैं. बारात घर का निर्माण होता तो इससे लोगों को समय के साथ आर्थिक बचत होती.
वहीं, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी ने बताया कि ग्रामीण निर्माण विभाग ने अधूरे निर्माण कार्य को लेकर एक पत्र हमें भेजा है. जिसे शासन को फॉरवर्ड कर दिया गया है. जल्द ही निर्माणाधीन सामूहिक विवाह केंद्र का संयुक्त निरीक्षण कर शासन को अवगत कराया जाएगा.