उत्तरकाशी: उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर गंगोत्री धाम के तीर्थ-पुरोहित एक बार फिर से सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने जा रहे हैं. गंगोत्री धाम के पुरोहितों का कहना है कि सरकार देवास्थानम बोर्ड को भंग करने पर लगातार आश्वासन दे रही है, लेकिन इस दिशा में कोई काम नहीं कर रही है, जिससे तीर्थ पुरोहित नाराज हैं.
तीर्थ पुरोहितों ने सरकार के चेतावनी दी है कि यदि देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया तो वे 21 जून से क्रमिक अनशन शुरू करने जा रहे हैं. गंगोत्री धाम मन्दिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल और सचिव दीपक सेमवाल का कहना है कि सूबे के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कुम्भ मेले में घोषणा की थी कि उत्तराखंड के चारों धामों गंगोत्री, यमुनोत्री, बदरीनाथ और केदारनाथ सहित 51 मंदिरों पर लागू देवास्थान बोर्ड को कैबिनेट में प्रस्ताव लाकर समाप्त किया जाएगा. दो माह बीत जाने के बाद भी अभी तक इस पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई है. इसको लेकर पुरोहितों में नाराजगी है.
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गंगोत्री मन्दिर समिति ने डीएम के माध्यम से सीएम को प्रेषित ज्ञापन में देवास्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर कहा कि इसके विरोध में 11 जून से पुरोहित काली पट्टी बांधकर गंगा जी पूजा गंगोत्री धाम में करेंगे. 21 जून से क्रमिक अनशन शुरू किया जाएगा. पुरोहितों ने कहा कि इस सम्बंध में गत सप्ताह उत्तरकाशी दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री से मुलाकात कर देवास्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही.