पुरोला: उत्तरकाशी जिले में इन दिनों लव जिहाद के मामले को लेकर हल्ला मचा हुआ है. इसी को लेकर बीते दिनों पुरोला छोड़ चुके भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जाहिद मलिक ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था. जिसमें उन्होंने पुरोला में 27 मई को हुए प्रदर्शन के दौरान समुदाय विशेष की महिलाओं के लिए स्थानीय लोगों की ओर से अपशब्द बोलने के आरोप लगाए गये थे. जिनका पुरोला में रह रहे समुदाय विशेष के लोगों ने खंडन किया है. इस संबध में समुदाय विशेष के तीन लोगों ने एसडीएम पुरोला को ज्ञापन सौंपा है.
पुरोला में 26 मई को नाबालिग को भगाने के प्रयास मामले के बाद उपजे विवाद के बाद पुरोला से कई समुदाय विशेष के लोगों ने शहर छोड़ दिया है. इसमें भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जाहिद मलिक भी शामिल हैं. सोमवार को पुरोला में निवास कर रहे समुदाय विशेष के बाले खां सहित मोहम्मद अशरफ और जावेद ने एसडीएम पुरोला को एक ज्ञापन दिया. जिसमें कहा गया जाहिद मलिक के सोशल मीडिया में डाले वीडियो में कहा गया है कि 27 मई को पुरोला में स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन के दौरान उनके समुदाय की महिलाओं को अपशब्द बोले गए. जिसका इन तीनों ने खंडन किया.
पढे़ं- उत्तराखंड के पुरोला में 15 जून को महापंचायत, असदुद्दीन ओवैसी ने की रोक लगाने की मांग
इन तीनों ने कहा प्रदर्शन के दिन उनका परिवार अपने घर पर ही था. किसी भी व्यक्ति ने समुदाय की महिलाओं को अपशब्द नहीं बोले. जिस दिन जाहिद मलिक की पत्नी अपने परिजनों के साथ दुकान खाली करने आई थी, उस दिन भी किसी ने उनके साथ कोई बदसलूकी नहीं की. यह सब भ्रामक है. वहीं, समुदाय विशेष के तीनों लोगों ने कहा उनका जाहिद मलिक के बयान से कोई लेना देना नहीं है.