उत्तरकाशी: नगर पालिका क्षेत्र में आवारा मवेशी समस्या बनते जा रहे हैं. आवारा मवेशी पालिका क्षेत्र और यमुनोत्री हाईवे पर घूमने से यातायात बाधित होने के साथ दुर्घटना का खतरा बना रहता है. वहीं, नगर पालिका के पास गौसेवा सदन होने के बावजूद आवारा पशुओं को आश्रय नहीं मिलने से पालिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं.
स्थानीय अजय रावत, मदन, पूर्ण सिंह आदि का कहना है कि लावारिस गौवंश के कारण बाजारों और मुख्य सड़कों पर यातायात जाम की समस्या आम हो गई है. कई बार इन मवेशियों के अचानक सड़क पर आ जाने से वाहन चालक दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं. इसके बावजूद प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है. शहर में गौ सेवा सदन की स्थापना गौवंश की सुरक्षा और देखभाल के लिए की गई थी, लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह केवल कुछ ही पशुओं की देखभाल तक सीमित रह गई है.
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पालिका की ओर से इन पशुओं को गौ सेवा सदन में ले जाने और उनकी उचित देखभाल की कोई व्यवस्था नहीं की जा रही है. उन्होंने नगर पालिका और संबंधित विभाग से अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इन बेजुबान जानवरों को सड़कों पर भटकने और दुर्घटनाओं का शिकार होने से बचाने की मांग की है. इधर, पालिका के अधिशासी अधिकारी जयानंद सेमवाल का कहना है कि गौ सेवा सदन को स्वयं सेवी संस्था को दिया गया है, संस्था द्वारा गौ सदन में आवारा पशुओं को रखा है, जबकि स्थान शेष नहीं है, फिर भी पूरे प्रकरण को दिखवाया जाएगा.
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