उत्तरकाशी: रवांई घाटी में एक और प्रसूता ने स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में दम तोड़ दिया. बच्चा जनने के बाद 26 वर्षीय विनीता को अधिक रक्तस्राव के चलते सीएचसी से हायर सेंटर रेफर किया गया. वहीं, प्रसूता ने बीच रास्ते में ही दम तोड़ दिया. ऐसे में स्थानीय लोग रवांई घाटी में बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.
जानकारी के अनुसार, पुरोला विकासखण्ड के धिवरा गांव निवासी गर्भवती विनीता (26 वर्ष) को परिजन प्रसव पीड़ा के चलते देर रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुरोला लाए थे. जहां पर उसने मृत नवजात को जन्म दिया. प्रसूता की हालत अधिक रक्तस्राव के कारण बिगड़ते देख डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया लेकिन, प्रसूता ने डामटा के समीप ही दम तोड़ दिया.
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सीएचसी पुरोला के प्रभारी डॉ. पंकज में बताया कि प्रसूता के अत्यधिक रक्तस्राव होने के कारण हायर सेंटर रेफर किया गया था. वहीं, पुरोला के स्थानीय निवासी राजपाल पंवार सहित ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर स्वास्थ्य सुविधाओं को सुधारने के लिए सरकार करोड़ों खर्च करने के दावे कर रही है. वहीं, दूसरी ओर रवांई घाटी में प्रसूताओं के दम तोड़ने का सिलसिला जारी है. सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए.