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एक बार फिर हेलीकॉप्टर हादसे का कारण बने ट्रॉली तार, पायलट की सूझबूझ से बची जिंदगियां

आराकोट क्षेत्र में बादल फटने के बाद राहत और बचाव कार्य में लगा एक और हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं. हालांकि, पायलट को चोट लगी है.

एक बार फिर हेलीकॉप्टर हादसे का कारण बने ट्रॉली तार.
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Published : Aug 23, 2019, 5:10 PM IST

Updated : Aug 23, 2019, 10:52 PM IST

उत्तरकाशी: जिले में शुक्रवार को एक बार फिर से राहत और बचाव कार्य में लगा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. आराकोट से चिवां गांव के लिये उड़ान भरने के बाद ये हेलीकॉप्टर भी ट्रॉली के लगे तारों से टकरा गया, जिसके कारण पायलट ने टिकोची में हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करवाने की कोशिश की. नतीजा ये रहा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. बता दें कि इससे पहले बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना भी ट्रॉली से लगे तारों के कारण हुई थी.

एक बार फिर हेलीकॉप्टर हादसे का कारण बने ट्रॉली तार

शुक्रवार को टिकोची में हुई घटना ने एक बार फिर से बुधवार के जख्मों को हरा कर दिया है. टिकोची में हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए थे. आराकोट के कोटिगाड़ पट्टी में सेब का बागीचों में लगी ट्रॉली के तारों से हेलीकॉप्टर के टकराने के बाद ये हादसा हुआ था. जिसके बाद शुक्रवार को एक बार फिर से वही तार दुर्घटना का कारण बने.

पढ़ें-उत्तरकाशी: रेस्क्यू में लगा हेलीकॉप्टर टिकोची में दुर्घटनाग्रस्त, सभी सुरक्षित

शुक्रवार दोपहर को निजी कम्पनी आर्यन एयरवेज के पायलट सुशांत जीना और को-पायलट अजीत कुमार आराकोट से राहत समाग्री और राशन लेकर चिवां गांव के लिए रवाना हुए. तभी टिकोची गांव के ऊपर आते ही पायलट को दूर एक ट्रॉली की तार दिखाई दी, जिस पर उसने खतरे को भांपते हुए टिकोची में नदी किनारे दिख रही समतल जमीन पर इमरजेंसी लैंडिंग का विचार बनाया. तभी लैंडिंग के दौरान आपदा में आए पत्थरों से हेलीकॉप्टर जा टकराया. घटना की जानकारी मिलते ही टिकोची गांव के लोग और विभागीय कर्मचारी राहत और बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंचे.

पढ़ें-सहकारी समिति में नहीं मिल रही खाद, महंगे दामों पर बाजार से खरीदने को मजबूर किसान

विभागीय कर्मचारियों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का दरवाजा खोलकर पायलट और को-पायलट को बाहर निकाला. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सीडीओ प्रशांत आर्य भी मौके पर पहुंच चुके हैं. इस घटना में हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं. पायलट को चोट लगी है, उन्हें आराकोट अस्पताल ले जाया गया. वहीं तीन दिन के अंदर दूसरे हेलीकॉप्टर हादसे ने ट्रॉली तार की मैपिंग पर बड़े सवाल खड़े किये हैं.

उत्तरकाशी: जिले में शुक्रवार को एक बार फिर से राहत और बचाव कार्य में लगा हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. आराकोट से चिवां गांव के लिये उड़ान भरने के बाद ये हेलीकॉप्टर भी ट्रॉली के लगे तारों से टकरा गया, जिसके कारण पायलट ने टिकोची में हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करवाने की कोशिश की. नतीजा ये रहा कि हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. बता दें कि इससे पहले बुधवार को हुई हेलीकॉप्टर दुर्घटना भी ट्रॉली से लगे तारों के कारण हुई थी.

एक बार फिर हेलीकॉप्टर हादसे का कारण बने ट्रॉली तार

शुक्रवार को टिकोची में हुई घटना ने एक बार फिर से बुधवार के जख्मों को हरा कर दिया है. टिकोची में हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए थे. आराकोट के कोटिगाड़ पट्टी में सेब का बागीचों में लगी ट्रॉली के तारों से हेलीकॉप्टर के टकराने के बाद ये हादसा हुआ था. जिसके बाद शुक्रवार को एक बार फिर से वही तार दुर्घटना का कारण बने.

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शुक्रवार दोपहर को निजी कम्पनी आर्यन एयरवेज के पायलट सुशांत जीना और को-पायलट अजीत कुमार आराकोट से राहत समाग्री और राशन लेकर चिवां गांव के लिए रवाना हुए. तभी टिकोची गांव के ऊपर आते ही पायलट को दूर एक ट्रॉली की तार दिखाई दी, जिस पर उसने खतरे को भांपते हुए टिकोची में नदी किनारे दिख रही समतल जमीन पर इमरजेंसी लैंडिंग का विचार बनाया. तभी लैंडिंग के दौरान आपदा में आए पत्थरों से हेलीकॉप्टर जा टकराया. घटना की जानकारी मिलते ही टिकोची गांव के लोग और विभागीय कर्मचारी राहत और बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंचे.

पढ़ें-सहकारी समिति में नहीं मिल रही खाद, महंगे दामों पर बाजार से खरीदने को मजबूर किसान

विभागीय कर्मचारियों ने दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर का दरवाजा खोलकर पायलट और को-पायलट को बाहर निकाला. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सीडीओ प्रशांत आर्य भी मौके पर पहुंच चुके हैं. इस घटना में हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं. पायलट को चोट लगी है, उन्हें आराकोट अस्पताल ले जाया गया. वहीं तीन दिन के अंदर दूसरे हेलीकॉप्टर हादसे ने ट्रॉली तार की मैपिंग पर बड़े सवाल खड़े किये हैं.

Intro:उत्तरकाशी के आराकोट में आपदा प्रभावित क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर दुर्घटना की पहली घटना भी सेब के बागीचों में लगी ट्रॉली की तारों के कारण हुआ। तो शुक्रवार को टिकोची में हुई घटना में बुधवार के जख्मों को हरा कर दिया। उत्तरकाशी। बुधवार को राहत सामग्री वितरण के दौरान हेलीकॉप्टर दुर्घटना में तीन लोगों की मौत के जख्म अभी ताजे थे,कि शुक्रवार को टिकोची में हुए हेलीकॉप्टर दुर्घटना ने लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए थे। पहली दुर्घटना का कारण भी आराकोट के कोटिगाड़ पट्टी में सेब का बागीचों में लगी ट्रॉली थी। तो दूसरी घटना का कारण भी वही तार थे। जानकारी के अनुसार जैसे ही पायलट को हवा में दूर तार नजर आए, तो वह असुरक्षा को भांपते हुए टिकोची में ही नदी किनारे दिखी समतल जगह पर इमेरजेंसी लैंडिंग का विचार बनाया। लेकिन लैंडिंग के दौरान आपदा में आए पत्थरो से हेली जा टकराया। जिस कारण पायलटो को सुरक्षित निकाल रहे कर्मचारियों को भी हेली फटने का डर सता रहा था। Body:वीओ-1, जानकारी के अनुसार शुक्रवार दोपहर को निजी कम्पनी आर्यन एयरवेज के पायलट सुशांत जीना निवासी जबलपुर और को-पायलट अजीत कुमार निवासी हरियाणा आराकोट से राहत समाग्री और राशन लेकर चिंवा गांव के लिए रवाना हुए। टिकोची गांव के ऊपर आते ही पायलट और को पायलट को दूर एक ट्रॉली की तार दिखाई दी। दोनों असुरक्षा का भांप गए और टिकोची में ही इमेरजेंसी लैंडिंग का प्लान बना। नीचे नदी किनारे समतल जगह दिखते ही लैंडिंग करनी चाही। लेकिन आपदा के कारण नदी किनारे आये बड़े- बड़े पत्थरों की वजह से हेलीकॉप्टर का संतुलन बिगड़ा औऱ वह अन्य छोटे पत्थरों से जा टकराया। घटना की जानकारी मिलते ही टिकोची गांव में राहत बचाव में लगे विभागीय कर्मचारी मौके पर पहुंचे। Conclusion:वीओ-2, विभागीय कर्मचारियों ने हेलीकॉप्टर का दरवाजा खोल कर पायलट और को पायलट को बाहर निकाला। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया के दौरान कर्मचारियों को भी मौत का डर सता रहा था कि कहीं हेलीकॉप्टर क्रैश न हो जाये। लेकिन सब सुरक्षित स्थान पर घायलों को लेकर पहुंचे। वहीं घटना से क्षेत्र में एक डर का माहौल बन गया है। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही सीडीओ प्रशांत आर्य भी मौके पर पहुंच चुके हैं और घायल पायलेट और को पायलट को इलाज के लिए आराकोट लाया जा रहा है।
Last Updated : Aug 23, 2019, 10:52 PM IST
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