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दो साल से नहीं हुई नोटरी अधिवक्ता की तैनाती, लोगों के जरूरी काम रुके - Purola block

उत्तरकाशी के पुरोला व मोरी विकासखंड में नोटरी अधिवक्ता नहीं होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को न्यायालय संबंधित सभी दस्तावेजों पर नोटरी की मुहर और हस्ताक्षर कराने के लिए उत्तरकाशी और बड़कोट का रुख करना पड़ रहा है.

पुरोला
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Published : Sep 19, 2019, 2:55 PM IST

पुरोला: मोरी व पुरोला तहसील में 2 साल से नोटरी अधिवक्ता न होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बैंक ऋण, जन्म प्रमाण पत्र, जमीन खरीद और शपथ पत्र आदि के लिए लोगों को 30 से 80 किलोमीटर की दूरी नापनी पड़ रही है. इसके साथ ही न्यायालय संबंधित सभी दस्तावेजों में नोटरी की मुहर व साइन की जरूरत होती है. लेकिन सरकार ने नोटरी अधिवक्ता की नियुक्ति नहीं की.

एडवोकेट राजेश राणा का कहना है कि दो साल से पुरोला में नोटरी नहीं होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को नोटरी से संबंधित कामकाज के लिए बड़कोट या उत्तरकाशी जाना पड़ रही है.

दो साल से नोटरी अधिवक्ता नहीं

पढ़ें- त्रिवेंद्र सरकार के ढाई सालः उपलब्धियों के साथ सीएम ने बताया- पूरा हुआ पहला वादा

वहीं, स्थानीय निवासी बलबीर नेगी का कहना है कि पंचायत चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में नोटरी अभिवक्ता नहीं होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. लोगों का कहना है कि अगर सरकार ने जल्द ही नोटरी अधिवक्ता की नियुक्ति नहीं की तो पुरोला व मोरी विकासखंड की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी.

पुरोला: मोरी व पुरोला तहसील में 2 साल से नोटरी अधिवक्ता न होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. बैंक ऋण, जन्म प्रमाण पत्र, जमीन खरीद और शपथ पत्र आदि के लिए लोगों को 30 से 80 किलोमीटर की दूरी नापनी पड़ रही है. इसके साथ ही न्यायालय संबंधित सभी दस्तावेजों में नोटरी की मुहर व साइन की जरूरत होती है. लेकिन सरकार ने नोटरी अधिवक्ता की नियुक्ति नहीं की.

एडवोकेट राजेश राणा का कहना है कि दो साल से पुरोला में नोटरी नहीं होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों को नोटरी से संबंधित कामकाज के लिए बड़कोट या उत्तरकाशी जाना पड़ रही है.

दो साल से नोटरी अधिवक्ता नहीं

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वहीं, स्थानीय निवासी बलबीर नेगी का कहना है कि पंचायत चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में नोटरी अभिवक्ता नहीं होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है. लोगों का कहना है कि अगर सरकार ने जल्द ही नोटरी अधिवक्ता की नियुक्ति नहीं की तो पुरोला व मोरी विकासखंड की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी.

Intro:स्थान- पुरोला
एंकर- पुरोला व मोरी तहसील में दो सालों से नोटरी अधिवक्ता न होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बैंक त्रण,बचों के प्रमाण पत्र,जमीन खरीद,ऑफिस में एफिडेविट, आदि के लिए लोगों को 30 से 80 किलोमीटर दूर बड़कोट की दूरी नापनी पड़ रही है । वहीं ,,न्यायालय संबंधि सभी दस्तावेजों में नॉटरी के मुहर व साइन की जरूरत होती है।लेकिन सरकार ने नॉटरी अधिवक्ता नियुक्त नहीं किये।


Body:वीओ1- पुरोला व मोरी तहसिल में विगत 2वर्षों से नॉटरी अधिवक्ता की नियक्ति सरकार द्वारा नहीं कि गई जिससे लोगों को होम लोन, जमीन खरीद,बचों के दस्तावेज, पानी व बिजली कनेक्सन, एफिडेविट, गैस कनेक्शन,आदि बनाने में भारी दिकतो का सामना करना पड़ रहा है लोगों को मजबूरी में 30 से 80 किलोमीटर दूर बड़कोट की दूरी तय करनी पड़ रही है। जिस से लोगों की जेब तो ढिली हो रही है साथ ही समय भी जाया हो रहा है। वहीं मोरी के लोगों को एक नॉटरी करवानें के लिये दो से तीन दिन का समय लग रहा है
बाईट- बलबीर नेगी (स्थानीय निवासी)
बाईट- राजेश राणा( एडवोकेट)


Conclusion:वीओ3-सरकार जल्द यदि नॉटरी अधिवक्ता नियुक्ति नहीं करती तो पुरोला,मोरी में जहाँ विकास की रफ्तार धीमी पड़ जाएगी वहीं लोगों को सरकार द्वारा मिलने वाली योजनाओं पर भी पालित लग जायेगा।
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