उत्तरकाशी: डुंडा ब्लॉक का बौन गांव को टिहरी सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह ने गोद लिया था. जिससे लोगों में उम्मीद जगी कि अब गांव की सूरत बदल जाएगी. लेकिन इस गांव में आज भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है. गांव में 40 परिवार ऐसे हैं जिनके पास शौचालय तक नहीं है. वहीं, गांव कोआज तक एक अदद सड़क मार्ग भी उपलब्ध नहीं हो पाया है.
बता दें कि केंद्र सरकार की योजना के तहत सांसद आदर्श ग्राम इसलिए बनाये गए थे कि गांव में विकास कीएक नई रुपरेखा तैयार की जा सके. बावजूद इसके आज भी डुंडा ब्लॉक के बौन गांव की स्थिति जस की तस है. आलम ये है कि सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गांव में कोई विकास कार्य नहीं हुआ है. वहीं, गांव की बदहाली को लेकर ग्रामीण कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगा चुके है, लेकिन कोई भी गांव की सुध लेने को तैयार नहीं है.
ग्रामीण देवेंद्र पडियार ने बताया कि सांसद आदर्श ग्राम के तहत बौन गांव में बारात घर, गांव का मुख्य द्वार और हर घर में चाल बनने थे. लेकिन अभी तक उनका निर्माण नहीं हो पाया है. साथ ही गांव के पैदल मार्ग का कार्य भी नहीं हुआ है. जिसके चलते ग्राणीणों को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों का आरोप है कि आदर्श ग्राम बनने के बाद भी बौन गांव की स्थितियां नहीं बदली है. यहां आज भी मूलभूत सुविधाओं का टोटा बना हुआ है. वहीं, सांसद आदर्श ग्राम के नाम पर बौन गांव का मुख्य द्वार भी जर्जर हो चुका है.