उत्तरकाशीः डुंडा विकासखंड के मट्टी गांव में नशे पर लगाम लगाने के लिए ग्रामीणों ने एक पहल शुरू की है. इसके तहत शादी समारोह या अन्य सार्वजनिक कार्यक्रम में शराब परोसने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है. अगर कोई भी इस नियम का उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसे 5100 रुपए का अर्थदंड भरना होगा. इतना ही नहीं आवश्यकता पड़ने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.
दरअसल, शादी समेत अन्य समारोह के दौरान शराब परोसने का प्रचलन बढ़ रहा है. जिससे युवाओं में नशे की लत बढ़ रही है. ऐसे में गंगा और यमुना घाटी के कई गांवों में शराब के बढ़ते प्रचलन को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. इसी कड़ी में डुंडा विकासखंड के ग्राम सभा मट्टी में ग्राम प्रधान संगीता पैन्यूली की अध्यक्षता में खुली बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें समस्त ग्रामीणों समेत महिला मंगल दल, युवक मंगल दल ने सर्वसम्मति से गांव में शराब के प्रचलन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने को लेकर हामी भरी.
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मट्टी गांव की ग्राम प्रधान संगीता पैन्यूली ने बताया कि शराब की वजह से शादी हो या अन्य समारोह में माहौल खराब हो रहा है. इसकी वजह से कई प्रकार की परेशानी का सामना आयोजकों समेत ग्रामीणों को करना पड़ता है. इन समारोह की आड़ में युवा भी इस नशे की ओर आकर्षित हो रहे हैं. जिससे उनके भविष्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है. नशे की लत की गिरफ्त में आ चुके लोग आए दिन घर में महिलाओं के साथ मारपीट तक कर देते हैं. जिससे घर में क्लेश के साथ आर्थिकी प्रभावित होती है.
संगीता पैन्यूली ने बताया कि मट्टी गांव की पूरी भौगोलिक सीमा को शराब प्रतिबंधित क्षेत्र घोषित किया गया है. इसलिए जो भी गांव की सीमा में शराब की बिक्री या समारोह में शराब परोसेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इसके साथ ही अर्थदंड का भी नियम रखा गया है. उसके बावजूद भी कोई शख्स ग्राम पंचायत के इस नियम को तोड़ता है, उसके खिलाफ कानून कार्रवाई की जाएगी. इस प्रस्ताव की सूचना डीएम समेत एसपी को भी दी गई है.