उत्तरकाशीः यमुनोत्री हाइवे पर ओजरी डाबरकोट के पास हो रहा भू-स्खलन लगातार नासूर बनता जा रहा है. भू-स्खलन से यमुनोत्री आने वाले यात्रियों और गीठ पट्टी के कई गांवों के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. वहीं, मामले को लेकर प्रशासन और एनएच केवल विकल्प ही तलाश रहा है, लेकिन बीते दो सालों से कोई भी ठोस योजना धरातल पर नहीं बनाई गई है.
बीते दो साल पहले यमुनोत्री हाइवे पर ओजरी-डाबरकोट के पास पहाड़ी से भू-स्खलन शुरू हुआ था. जो बदस्तूर जारी है. पहाड़ी से लगातार पत्थर गिरने के कारण कई बार बड़े हादसे होने से बचे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को भी डाबरकोट ओजरी में पहाड़ी के भू-स्खलन से लगातार पत्थर गिरने से पुलिस को कई बार आवाजाही रोकनी पड़ी. जिससे स्थानीय लोगों और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
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मामले पर अभी तक एनएच विभाग और प्रशासन की ओर से कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया है. हालांकि प्रशासन ने इससे पहले एक नई सड़क का विकल्प खोजा था, लेकिन ये वैकल्पिक सड़क यमुना के तेज बहाव में बह गया. जिससे यह प्रयास सफल नहीं हो पाया.
वहीं, मामले पर डीएम डॉ. आशीष चौहान का कहना है कि ओजरी डाबरकोट के भू-स्खलन के ट्रीटमेंट को लेकर योजना पाइप लाइन में चल रही है. मुख्यमंत्री की घोषणा के तहत ओजरी डाबरकोट में सड़क निर्माण कार्य जल्द किया जाएगा. साथ ही कहा कि सुरक्षा के मद्देनजर डाबरकोट में पुलिस तैनात की गई है.