उत्तरकाशीः देश में हर तरफ कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. वहीं, गंगोत्री धाम में पांडव नृत्य और रासो के साथ जन्माष्टमी धूमधाम से मनायी गई. जन्माष्टमी के पर्व पर गांवों से लोगों देवडोलियों को लेकर गंगा स्नान करने गंगोत्री धाम पहुंचे और मां गंगा का आशीर्वाद लिया. इस दौरान गंगोत्री धाम लोक वाद्ययंत्रों की ताल पर गांव बगोरी के लोग पारंपरिक वेशभूषा में थिरकते नजर आए.
ग्रामीणों का कहना है कि वह सदियों से चली आ रही परंपरा का पालन कर रहे हैं. हर साल उपला क्षेत्र के लोग देवडोलियों को लेकर जन्माष्टमी पर गंगास्नान के लिए गंगोत्री धाम पहुंचते हैं. वहीं, देवडोलियों के गंगा स्नान के बाद कृष्ण जन्मष्टमी को धूमधाम से मनाया जाता है. शनिवार को गंगोत्री धाम मन्दिर का परिसर और पूरी घाटी पहाड़ी ढोल दमाऊ और रणसिंघे की धुनों से गूंज उठा.
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इस दौरान महिलाएं पारंपरिक परिधानों में लोकगीतों और ढोल दमाऊ की थाप पर रासो तांदी नृत्य करती नजर आई. जो धाम में पहुंचे भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र बनी रही. साथ ही देवडोली को कंधों पर नचाया गया और पांडव नृत्य का आयोजन भी किया गया और ग्रामीणों ने मां गंगा के दर्शन कर आशीष लिया.