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उत्तराखंडः पांच फीट बर्फ में 'भगवा' भरोसे साधू, -13 डिग्री तापमान में कर रहा तपस्या - Jankidas in snowfall

जानकी दास मात्र एक कपड़े के सहारे यमुनोत्री में 12 महीने तपस्या करते हैं. सर्दी हो या गर्मी जानकी दास हमेशा से ही इसी तरह यहां डटे रहते हैं.

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भीषण ठंड में तपस्या कर रहा साधु.
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Published : Jan 13, 2020, 4:39 PM IST

Updated : Jan 13, 2020, 5:25 PM IST

उत्तरकाशी: इन दिनों उत्तराखंड में भारी बर्फबारी और कड़ाके की ठंड से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. ठंड के कारण लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं. इसी बीच यमुनोत्री धाम से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर हर कोई हैरान हो रहा है. यहां कड़ाके की ठंड और 4-5 फीट बर्फ के बीच साधु जानकी दास लगातार तपस्या कर रहे हैं. -13 डिग्री का तापमान भी इस साधु की आस्था को डिगा नहीं पाया है.

भीषण ठंड में तपस्या कर रहा साधु.

यमुनोत्री धाम में करीब 4 से 5 फीट बर्फ जमा है, बावजूद इसके इन कठिन परिस्थितियों में भी साधु जानकी दास हनुमान जी की अराधना में लीन हैं. जहां हल्की सी ठंड से लोगों का घरों से बाहर निकलना दुभर हो जाता है, ऐसे हालातों में जानकी दास की इस तरह की तपस्या और आराधना वाकई में अचंभित करने वाली है.

पढ़ें-उत्तराखंडः लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकता है मौसम, ऐसा रहेगा मिजाज

जानकी दास मात्र एक कपड़े के सहारे यहां 12 महीने तपस्या करते हैं. सर्दी हो या गर्मी जानकी दास हमेशा से ही इसी तरह अपना काम करते रहते हैं. जानकी दास की अनोखी और कड़ी तपस्या को देखकर लोग और साधु समाज भी उनमें विश्वास जताने लगे हैं. साधु समाज का कहना है कि मानों ऐसा लगता है कि जानकी दास को इस विकट जीवन जीने की शक्तियां मन्दिर की घंटियों से मिलती हैं.

उत्तरकाशी: इन दिनों उत्तराखंड में भारी बर्फबारी और कड़ाके की ठंड से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. ठंड के कारण लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं. इसी बीच यमुनोत्री धाम से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देखकर हर कोई हैरान हो रहा है. यहां कड़ाके की ठंड और 4-5 फीट बर्फ के बीच साधु जानकी दास लगातार तपस्या कर रहे हैं. -13 डिग्री का तापमान भी इस साधु की आस्था को डिगा नहीं पाया है.

भीषण ठंड में तपस्या कर रहा साधु.

यमुनोत्री धाम में करीब 4 से 5 फीट बर्फ जमा है, बावजूद इसके इन कठिन परिस्थितियों में भी साधु जानकी दास हनुमान जी की अराधना में लीन हैं. जहां हल्की सी ठंड से लोगों का घरों से बाहर निकलना दुभर हो जाता है, ऐसे हालातों में जानकी दास की इस तरह की तपस्या और आराधना वाकई में अचंभित करने वाली है.

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जानकी दास मात्र एक कपड़े के सहारे यहां 12 महीने तपस्या करते हैं. सर्दी हो या गर्मी जानकी दास हमेशा से ही इसी तरह अपना काम करते रहते हैं. जानकी दास की अनोखी और कड़ी तपस्या को देखकर लोग और साधु समाज भी उनमें विश्वास जताने लगे हैं. साधु समाज का कहना है कि मानों ऐसा लगता है कि जानकी दास को इस विकट जीवन जीने की शक्तियां मन्दिर की घंटियों से मिलती हैं.

Intro:उत्तरकाशी। इन दिनों उत्तराखंड के चारों धाम बर्फ से ढके हुए हैं। कहीं 7 से 8 फीट बर्फ जमा है तो वहीं गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में करीब 4 से 5 फीट बर्फ मौजूद है। गंगा और यमुना बर्फ के बीच एक सामान्य जल धारा की तरह बह रही है। गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में इन दिनों-13 डिग्री से कम का तापमान मापा जा रहा है। इस तापमान के बीच जीवन की विकटता का अनुमान लगाया जा सकता है। Body:वीओ-1, यमुनोत्री धाम में भी 4 से 5 फीट बर्फ जमा है। इस बर्फ के बीच यहां पर -13 डिग्री के बीच जीवन यापन करना बहुत ही मुश्किल है। इस बर्फ के बीच यहां पर रहने वाले साधुओं की साधना भी अचंभित करने वाली होती है। मात्र एक कपड़े के सहारे यह साधु 12 माह यमुनोत्री धाम में साधना करते हैं। साधु समाज का कहना है कि इस विकट जीवन जीने की शक्तियां मानो मन्दिर की घण्टियां देती हैं। Conclusion:वीओ-2, यमुनोत्री धाम के साधु जानकी दास, जो कि वर्षों से धाम में रहकर साधना करते हैं। गर्मियां हो या 4 से 5 फीट की बर्फ हो यह साधु एक कपड़े में ही यमुनोत्री धाम के हनुमान मंदिर में योग साधना करते हैं।
Last Updated : Jan 13, 2020, 5:25 PM IST
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