उत्तरकाशी: चारधाम में यात्रियों की सीमित संख्या और ऑनलाइन पंजीकरण के विरोध में उत्तरकाशी में होटल एसोसिएशन व यात्रा से जुड़े कारोबारियों ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंका. इस दौरान कारोबारियों ने कलक्ट्रेट तक मार्च निकाला और डीएम के माध्यम से सीएम को ज्ञापन प्रेषित कर इस बाध्यता को समाप्त करने की मांग रखी.
मंगलवार को होटल एसोसिएशन उत्तरकाशी व यात्रा से जुड़े कारोबारियों ने हनुमान चौक पर सरकार का पुतला फूंका. होटल एसोसिएशन अध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह मटूड़ा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चारधाम यात्रा को फ्लॉप करने व गढ़वाल की उपेक्षा की जा रही है. उन्होंने सरकार के इस निर्णय को पूरी तरह से गलत करार देते हुए चारधाम यात्रा से जुड़े लोगों की आजीविका को चोट पहुंचाने का आरोप लगाया.
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चारधाम होटल एसोसिएशन अध्यक्ष अजय पुरी ने सनातन धर्म पर कुठाराघात का आरोप लगाया. कहा कि देश में कहीं भी यात्रियों का सीमित संख्या में निर्धारण नहीं है. गंगोत्री मंदिर समिति सचिव सुरेश सेमवाल ने कहा कि पूर्व में भी सरकार ने देवस्थानम् बोर्ड के खिलाफ आंदोलन कर लड़ाई लड़ी और अब सीमित संख्या का विरोध किया जाएगा.
बड़कोट में भी जताया विरोध: बड़कोट में यमुना घाटी महासंघ और यमुनोत्री धाम से जुड़े पदाधिकारियों ने सीमित संख्या और ऑनलाइन पंजीकरण का विरोध करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन प्रेषित किया. कहा कि सरकार शीघ्र इस निर्णय को वापस ले और जो व्यवस्था पहले के वर्षों में रही है, उसी के तहत चारधाम यात्रा में यात्रियों को आने की अनुमति दी जाए.
दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने इस बार चारधाम यात्रा को लेकर कुछ नए नियम बनाए हैं. इनमें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता और चारोंधाम में यात्रियों की सीमित संख्या शामिल है. इसका होटल कारोबारी विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार के इस फैसले से उनके कारोबार पर असर पड़ेगा.