उत्तरकाशी: आराकोट क्षेत्र में बादल फटने के बाद राहत और बचाव कार्य में लगा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है. हेलीकॉप्टर में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं. हालांकि, पायलट और को-पायलट को चोट लगी है, उन्हें आराकोट अस्पताल ले जाकर उपचार करवाया गया है.
पायलट का नाम सुशांत जाना (निवासी जबलपुर) और को-पायलट का नाम अजित सिंह (निवासी हरियाणा) बताया जा रहा है. जानकारी मिली है कि आराकोट से चिवां राशन पहुंचाने के लिये उड़ान भरने के बाद ये हेलीकॉप्टर भी ट्रॉली के लगे तारों से टकरा गया था. पायलट ने टिकोची में हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करवाने की कोशिश की थी.
टिकोची में नदी किनारे समतल जगह पर लैंडिंग के दौरान संतुलन बिगड़ने से हेलीकॉप्टर पत्थरों से जा टकराया. हेलीकॉप्टर निजी कम्पनी आर्यन एअरवेज का है. ये हेलीकॉप्टर का तीसरा राउंड था.
गौर हो कि बीती 21 अगस्त को उत्तरकाशी में बादल फटने से मची तबाही के बाद बचाव कार्य में लगा एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. मोल्डी गांव में बिजली के तारों से हेलीकॉप्टर के टकराने ये दुर्घटना घटित हुई थी. इस हेलीकॉप्टर में पायलट, इंजीनियर समेत तीन लोग सवार थे, जिनकी मौके पर ही मौत हो गई थी.
उत्तरकाशी में बादल फटने के बाद आपदा जैसे हालात हैं. अबतक 15 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है और कई लापता हैं. इलाके के 52 गांव इस आपदा से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. गदेरों के उफ़ान में आने के बाद रास्ते बर्बाद हो गए थे और सड़कें धंस गई थीं इसलिए बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया जा रहा था.