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उत्तराखंडः चारों धाम में जमकर हो रही बर्फबारी, सफेद चादर से ढकी चोटियां - बर्फ से ढकी सफेद चोटियां

उत्तराखंड के पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी जारी है. चारधाम में भी पहाड़ियां सफेद चादर से ढक गई हैं. बर्फबारी की वजह से जनजीवन प्रभावित है.

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Published : Nov 27, 2019, 2:48 PM IST

Updated : Nov 27, 2019, 3:15 PM IST

उत्तरकाशी/रुद्रप्रयाग/चमोली. देवभूमि में मौसम का मिजाज बदल गया है. राज्य में अब बर्फबारी ने रफ्तार पकड़ ली है. चारों धामों में जमकर बर्फबारी हो रही है. भारी बर्फबारी से आम जनजीवन भी प्रभावित हो गया है. साथ ही बर्फ से चोटियां ढक चुकी हैं. कुदरत का यह खूबसूरत नजारा मन मोह रहा है.

चारधाम में जमकर बर्फबारी.

उत्तरकाशी में मंगलवार को गंगोत्री धाम और ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई. देर रात हर्षिल घाटी के मुखबा, धराली, हर्षिल, बगोरी के पहाड़ बर्फ से ढक गए. बुधवार दोपहर तक हर्षिल घाटी में करीब आधा फीट तक बर्फ जम चुकी है. वहीं उत्तरकाशी जिले के निचले इलाकों में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. वहीं बर्फबारी के कारण ग्रामीणों को सबसे ज्यादा दिक्कतें शादी समारोह में हो रही हैं. गंगोत्री धाम में मंगलवार शाम को सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई. वहीं बदरीनाथ धाम और यमुनोत्री धाम में भी रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है. जिससे वहां की पहाड़ियां भी बर्फ से ढक गई हैं.

यह भी पढ़ेंः चक्रव्यूह लीला में अभिमन्यु का वध देखकर छलक उठी श्रद्धालुओं की आंखें

केदारनाथ धाम में 2 फीट तक बर्फ जमी
केदारनाथ धाम में दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है. जिस कारण केदारनाथ धाम में चल रहे सभी पुनर्निर्माण कार्य ठप पड़े हैं. मंगलवार सुबह से ही केदारनाथ में मौसम खराब हो गया था, जिसके बाद मंगलवार शाम को केदारनाथ धाम में बर्फबारी शुरू हो गई, जोकि अभी तक जारी है. केदारनाथ धाम में दो फीट तक बर्फ जम चुकी है.

उत्तरकाशी/रुद्रप्रयाग/चमोली. देवभूमि में मौसम का मिजाज बदल गया है. राज्य में अब बर्फबारी ने रफ्तार पकड़ ली है. चारों धामों में जमकर बर्फबारी हो रही है. भारी बर्फबारी से आम जनजीवन भी प्रभावित हो गया है. साथ ही बर्फ से चोटियां ढक चुकी हैं. कुदरत का यह खूबसूरत नजारा मन मोह रहा है.

चारधाम में जमकर बर्फबारी.

उत्तरकाशी में मंगलवार को गंगोत्री धाम और ऊंचाई वाले इलाकों में जमकर बर्फबारी हुई. देर रात हर्षिल घाटी के मुखबा, धराली, हर्षिल, बगोरी के पहाड़ बर्फ से ढक गए. बुधवार दोपहर तक हर्षिल घाटी में करीब आधा फीट तक बर्फ जम चुकी है. वहीं उत्तरकाशी जिले के निचले इलाकों में ठंड का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है. वहीं बर्फबारी के कारण ग्रामीणों को सबसे ज्यादा दिक्कतें शादी समारोह में हो रही हैं. गंगोत्री धाम में मंगलवार शाम को सीजन की दूसरी बर्फबारी हुई. वहीं बदरीनाथ धाम और यमुनोत्री धाम में भी रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है. जिससे वहां की पहाड़ियां भी बर्फ से ढक गई हैं.

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केदारनाथ धाम में 2 फीट तक बर्फ जमी
केदारनाथ धाम में दो दिनों से लगातार बर्फबारी हो रही है. जिस कारण केदारनाथ धाम में चल रहे सभी पुनर्निर्माण कार्य ठप पड़े हैं. मंगलवार सुबह से ही केदारनाथ में मौसम खराब हो गया था, जिसके बाद मंगलवार शाम को केदारनाथ धाम में बर्फबारी शुरू हो गई, जोकि अभी तक जारी है. केदारनाथ धाम में दो फीट तक बर्फ जम चुकी है.

Intro:भगवान बद्रीविशाल के कपाट बीते 17 नवम्बर को बंद हो जाने के बाद धाम में पूरी तरह सनाटा पसरा हुआ है।शीतकाल के दौरान धाम में न तो इंसान रहते है और न ही कोई जीव जंतु।लेकिन इस दौरान बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा चमोली पुलिस के जिम्मे होती है।धाम में भारी बर्फवारी और कडाके की ठंड के बीच भी पुलिस के जवान अपनी ड्यूटी पर मुस्तैदी से तैनात रहते है।

धाम में अधिक बर्फवारी होने से सड़क और संचार की सेवा पूरी तरह से ठप्प पड़ जाती है ।बर्फवारी के दौरान हनुमान चट्टी से बदरीनाथ धाम तक सड़क पर बड़े बडे हिमखंड आने से मार्ग पूरी तरह बंद रहता है।

विस्वल बाईट मेल पर भेजे है।


Body:इन दिनों बद्रीनाथ धाम में करीब 1 से डेढ़ फीट तक बर्फ जमी है ,और प्रत्येक दिन सांय के समय धाम में बर्फ गिर रही है ,जिससे धाम में कड़ाके की ठंड पड़ रही ।लेकिन बावजूद इसके करीब एक दर्जन से अधिक पुलिस के जवान बदरीनाथ धाम की सुरक्षा में डटे हुए है ।

बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद धाम में कोई नही रहता है ,और न ही किसी को भी धाम में रहने की अनुमति है ।सिर्फ माणा गांव में आईटीबीपी और सेना जवान पूरे वर्षभर डटे रहते है।लेकिन धाम में यात्राकाल के दौरान विभिन्न व्यवसायो से जुड़े व्यवसायी कपाट बंद होते ही अपने प्रतिष्ठानो को 6 माह के लिए बंद कर निचले स्थानों की और रुख कर जाते है साथ धाम में ही स्थित माणा गांव और बामणी गांव के ग्रामीण भी निचले इलाकों में स्थित अपने घरों में शीतकाल के दौरान पांडुकेश्वर और गोपेश्वर पहुंचते है ।जिस कारण पूरे 6 माह तक धाम में पुलिस के जवानों के अतिरिक्त कोई प्राणी नही रहता।


Conclusion:पुलिस अधीक्षक चमोली यशवंत चौहान ने बताया कि पहले के समय मे पीएसी की एक प्लाटून शीतकाल के समय बदरीनाथ धाम की सुरक्षा में तैनात रहती थी।लेकिन अब शीतकाल के दौरान भी बदरीनाथ धाम की सुरक्षा का जिम्मा चमोली पुलिस को दिया गया है।जिसको लेकर 13 पुलिस के जवान धाम की सुरक्षा में तैनात किए गए है।जिसमे कि इस वर्ष आर्म्ड 2 हैडकांस्टेबल 10 जवान और एक इंचार्ज की तैनाती पूरे 6 माह के लिए बदरीनाथ धाम में की गई है।उन्होंने बताया कि अभी धाम में कम्युनिकेशन हो रहा है लेकिन अधिक बर्फवारी होने से धाम में संचार सेवा ठप पड़ जाने के वायरलैस से संपर्क किया जाता है ,और बद्रीनाथ के करीबी थाने पांडुकेश्वर से राउंड पर भी जवानो को बदरीनाथ भेजा जाता है।

बाईट --यशवंत चौहान-एसपी चमोली
Last Updated : Nov 27, 2019, 3:15 PM IST
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