उत्तरकाशी: जिले में चीन सीमा से लगे उपला टकनौर के सीमांत गांव हर्षिल में गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को अनूठी श्रद्धांजलि दी गई. ग्रामीणों ने ग्राम सभा की दीवारों पर शहीदों की याद में वॉल पेंटिंग बनाई है.
बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत-चीन की हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. जिसको लेकर पूरे भारत में चीन के खिलाफ आक्रोश है. वहीं उत्तरकाशी में ग्रामीणों ने ग्राम सभा की दीवारों पर शहीदों की याद में वॉल पेंटिंग बनाकर अनोखे अंदाज में शहादत को याद किया.
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शनिवार को चीन सीमा से लगे उपला टकनौर के 8 गांव सुक्की, मुखबा, हर्षिल, बगोरी, धराली, झाला, जसपुर, पुराली के ग्रामीणों ने हर्षिल में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की. इस सभा में हर्षिल इको पर्यटन समिति सहित हर्षिल इको वॉरियर्स और हर्षिल ग्रामसभा ने गलवान घाटी में शहीद हुए जवानों को पुष्प अर्पित किए. साथ ही ग्रामीणों ने सीमा पर तैनात जवानों और अधिकारियों के साथ पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया. इस दौरान जवानों को विश्वास दिलवाया कि सीमा पर जवानों के साथ वे भी सजग प्रहरी की भूमिका निभाएंगे.
हर्षिल इको पर्यटन समिति के अध्यक्ष माधवेंद्र रावत ने बताया कि ग्रामीणों की एक बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि सीमा पर जवानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर देश की रक्षा करें. इसलिए हर्षिल में पर्यटन समिति की ओर से एक पूरी दीवार शहीदों को समर्पित की गई है. दीवार पर ड्रैगन को सबक सिखाने के पोस्टर सहित गलवान घाटी में शहीद जवानों के नाम हमेशा के लिए लिखकर अमर कर दिए गए हैं.