उत्तरकाशी: जनपद में बीती रविवार को आयी आपदा में प्रभावित भूमिहीन हुए पात्र परिवारों को सरकारी भूमि का पट्टा दिया जाएगा. यह जानकारी डीएम मयूर दीक्षित (DM Mayur Dixit) ने आपदा प्रभावित विकासखंड और गांवों के जनप्रतिनिधियों की बैठक लेते हुए दी.
डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि इसके साथ ही आपदा प्रभावित गांवों का भूगर्भ वैज्ञानिक जियोलॉजिकल सर्वे (Geological Survey) भी कर रहे हैं. वैज्ञानिकों के सर्वे के रिपोर्ट आने के बाद शासन को भेजा जाएगा.
डीएम मयूर दीक्षित ने शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में भटवाड़ी विकासखंड की प्रमुख विनीता रावत की मौजूदगी में एसडीएम देवेंद्र नेगी सहित विभागीय अधिकारियों और आपदा प्रभावित गांव मांडो, निराकोट, कंकराड़ी और सिरोर, मस्ताडी, साड़ा के ग्राम प्रधानों की बैठक ली. जिसमें उन्होंने बताया कि जहां पर गौशाला क्षतिग्रस्त हुई हैं, वहां मनरेगा के अंर्तगत उनकी गौशाला का निर्माण किया जायेगा. साथ ही सभी ग्राम प्रधानों ने बरसात को देखते हुए मांडो में गदेरे के समीप सोलर लाइट और निराकोट में गदेरे के दोनों ओर सुरक्षा दीवार और आपदा में हुई क्षति की जल्द भरपाई करने की मांग की.
पढ़ें: सुलगते मुद्दों पर त्रिवेंद्र के बेबाक जवाब, देवस्थानम बोर्ड और भू-कानून पर खोले पत्ते
डीएम मयूर दीक्षित ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में हुई क्षति का आकलन कर 8 अगस्त तक एस्टीमेट जमा करने के निर्देश दिए. बता दें कि, बीती रविवार रात को बादल फटने से मांडो सहित कंकराड़ी, निराकोट और साड़ा, सिरोर आदि गांव में उफान पर आए गदेरों ने तबाही मचाई थी. इस तबाही ने मांडो और कंकराड़ी में 4 मौतें भी हुई थी. जिनके लिए सीएम की ओर से 5-5 लाख के मुआवजे की घोषणा की गई है.