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राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन जर्जर, डर के साए में छात्र पढ़ने को मजबूर

उत्तरकाशी में राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन काफी जर्जर हो चुका है. बारिश में स्कूल की छत टपकने लगती है, जिससे पढ़ने वाले नौनिहाल डर के साए में पढ़ने को मजबूर है. 2015 में धन की कमी के कारण विद्यालय भवन आधा अधूरा ही बन पाया. तब से अधूरा भवन धूल फांक रहा है.

Government Inter College Sald building dilapidated
राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन जर्जर
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Published : Jul 17, 2022, 8:31 PM IST

Updated : Jul 17, 2022, 8:49 PM IST

उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन पिछले कई वर्षों से जर्जर हालत में है. आलम यह है 7 गांव के लगभग 150 छात्र-छात्राएं इस जर्जर विद्यालय में पढ़ने को मजबूर है. स्थिति विद्यालय की तब ज्यादा खराब हो जाती है, जब बारिश का मौसम होता है. बारिश में स्कूल की छत टपकने लगती है, जिससे पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

यही नहीं विद्यालय भवन इतना जर्जर हो रखा है कि भवन की दीवारों में दरारें पड़ी हुई है. छत की बलिया सड़ चुकी है. बावजूद इसके विद्यालय में पढ़ने वाले नौनिहाल डर के साए में पढ़ने को मजबूर है. राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड के विद्यालय भवन निर्माण कार्य 2012 में 97.80 लाख की लागत से शुरू हुआ था, लेकिन 2015 में धन की कमी के कारण विद्यालय भवन आधा अधूरा ही बन पाया. आज भी भवन आधा ही बना हुआ धूल फांक रहा है.

राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड 1982 में उच्चीकृत हुआ था. विद्यालय भवन की मांग को लेकर क्षेत्र के लोगों ने कई बार शासन और प्रशासन को अवगत करवाया, लेकिन बावजूद इसके आज तक यहां पर विद्यालय भवन नहीं बन पाया है. जिसके कारण विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को जर्जर भवन में पठन-पाठन करना पड़ता है. विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि स्कूल में पढ़ाई करते समय काफी डर लगता है. मन में यही डर रहता है कि कहीं कोई हादसा ना हो जाए.

राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन जर्जर

ये भी पढ़ें: टिहरी: जंगल के रास्ते सफर करने को मजबूर कांवड़ यात्री, सुनिए आपबीती

विद्यालय काफी जर्जर हो चुका है छत की बलिया सड़ चुकी है. दीवारों पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हुई है. राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड में कुछ वर्ष पूर्व छात्र संख्या लगभग 400 हुआ करती थी, लेकिन भवन जर्जर होने के कारण धीरे-धीरे यहां पर छात्र संख्या भी घट रही है. राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन किसी बड़े हादसे को न्योता दे रहा है.

वही, क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इसको लेकर कई बार जिले के उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया करवाया गया, लेकिन मामला कई वर्षों से जस की तस बना है. शायद जनपद में बैठे उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधि किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं. वही, इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों का वही रटारटाया बयान सामने आता है.

जिला शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा ने कहा 2 करोड़ 57 लाख का एस्टीमेट शासन को भेजा गया है. शासन की तरफ से भी इस पर सकारात्मक रुख लिया गया है. जैसे ही भवन के लिए बजट स्वीकृत होता है, राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड में भवन निर्माण शुरू किया जाएगा.

उत्तरकाशी: जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन पिछले कई वर्षों से जर्जर हालत में है. आलम यह है 7 गांव के लगभग 150 छात्र-छात्राएं इस जर्जर विद्यालय में पढ़ने को मजबूर है. स्थिति विद्यालय की तब ज्यादा खराब हो जाती है, जब बारिश का मौसम होता है. बारिश में स्कूल की छत टपकने लगती है, जिससे पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

यही नहीं विद्यालय भवन इतना जर्जर हो रखा है कि भवन की दीवारों में दरारें पड़ी हुई है. छत की बलिया सड़ चुकी है. बावजूद इसके विद्यालय में पढ़ने वाले नौनिहाल डर के साए में पढ़ने को मजबूर है. राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड के विद्यालय भवन निर्माण कार्य 2012 में 97.80 लाख की लागत से शुरू हुआ था, लेकिन 2015 में धन की कमी के कारण विद्यालय भवन आधा अधूरा ही बन पाया. आज भी भवन आधा ही बना हुआ धूल फांक रहा है.

राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड 1982 में उच्चीकृत हुआ था. विद्यालय भवन की मांग को लेकर क्षेत्र के लोगों ने कई बार शासन और प्रशासन को अवगत करवाया, लेकिन बावजूद इसके आज तक यहां पर विद्यालय भवन नहीं बन पाया है. जिसके कारण विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को जर्जर भवन में पठन-पाठन करना पड़ता है. विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का कहना है कि स्कूल में पढ़ाई करते समय काफी डर लगता है. मन में यही डर रहता है कि कहीं कोई हादसा ना हो जाए.

राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन जर्जर

ये भी पढ़ें: टिहरी: जंगल के रास्ते सफर करने को मजबूर कांवड़ यात्री, सुनिए आपबीती

विद्यालय काफी जर्जर हो चुका है छत की बलिया सड़ चुकी है. दीवारों पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हुई है. राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड में कुछ वर्ष पूर्व छात्र संख्या लगभग 400 हुआ करती थी, लेकिन भवन जर्जर होने के कारण धीरे-धीरे यहां पर छात्र संख्या भी घट रही है. राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड का भवन किसी बड़े हादसे को न्योता दे रहा है.

वही, क्षेत्र के लोगों का कहना है कि इसको लेकर कई बार जिले के उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया करवाया गया, लेकिन मामला कई वर्षों से जस की तस बना है. शायद जनपद में बैठे उच्च अधिकारी और जनप्रतिनिधि किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं. वही, इस मामले में शिक्षा विभाग के अधिकारियों का वही रटारटाया बयान सामने आता है.

जिला शिक्षा अधिकारी नरेश शर्मा ने कहा 2 करोड़ 57 लाख का एस्टीमेट शासन को भेजा गया है. शासन की तरफ से भी इस पर सकारात्मक रुख लिया गया है. जैसे ही भवन के लिए बजट स्वीकृत होता है, राजकीय इंटर कॉलेज साल्ड में भवन निर्माण शुरू किया जाएगा.

Last Updated : Jul 17, 2022, 8:49 PM IST
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