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इस बार गोमुख-तपोवन ट्रैक की राह नहीं आसान, बर्फ की वजह से आ रहीं हैं मुश्किलें - उत्तराखंड में ट्रैकिंग.

गोमुख में अभी भी 1 से डेढ़ फीट बर्फ जमा है. इसके अवाला तपोवन में करीब 4 फीट से ज्यादा बर्फ जमी हुई है. अगर आने वाले एक सप्ताह में मौसम ने साथ दिया तो आम यात्री भी गोमुख जा सकते है.

Uttarkashi
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Published : May 4, 2019, 10:59 PM IST

उत्तरकाशी: हर साल मई महीने में 25 किमी लंबे गोमुख-तपोवन ट्रैक पर आम यात्रियों की आवाजाही देखने को मिलती है, लेकिन इस बार गोमुख-तपोवन की राह आसान नहीं है. क्योंकि इस साल सर्दियों में हुई भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री-गोमुख ट्रैक जगह-जगह बर्फ से पटा हुआ है.

पढ़ें- केदारनाथ धाम में फिर से बारिश और बर्फबारी, बदलता मौसम खड़ी कर रहा मुश्किलें

हाल ही में गंगोत्री नेशनल पार्क खुलने के बाद अभीतक माउंट हाई विंड ट्रैकिंग एंड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के दो दल गोमुख-तपोवन ट्रैक की सफल ट्रैकिंग कर लौट आये हैं. जिसमें 1 महिला समेत 6 विदेशी ट्रैकर्स शामिल थे. ट्रैकिंग कर आए ट्रैकर्स ने बताया कि अभी अनुभवी ट्रैकर्स और पर्वतारोही ही इस ट्रैक पर ट्रैकिंग के लिए जा सकते हैं.

माउंट हाई विंड ट्रैकिंग एंड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन का 4 सदस्यीय दल जिसमें सभी जापान के नागरिक शामिल हैं, शुक्रवार को 6 दिवसीय ट्रैकिंग पूरी करके गंगोत्री लौट आए. इससे पहले इसी एसोसिएशन का दल गोमुख तपोवन की सफल ट्रैकिंग कर 28 अप्रैल को गंगोत्री लौटा था. एसोसिएशन के सदस्य जयेंद्र राणा ने फोन पर ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि ट्रैकिंग के दौरान गोमुख में बर्फबारी देखने को मिली थी. मई माह में ट्रैकिंग के दौरान होने वाली बर्फबारी परेशानी खड़ी कर रही थी.

पढ़ें- संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों में सरकार की नई योजना, कांग्रेस ने जताया एतराज

यहीं कारण है कि आम आदमियों के लिए ये राह आसान नहीं होगी. अभी अनुभवी ट्रैकर्स और पर्वतारोही ही गोमुख तपोवन ट्रैक पर जा सकते हैं. गोमुख में अभी भी 1 से डेढ़ फीट बर्फ जमा है. इसके अवाला तपोवन में करीब 4 फीट से ज्यादा बर्फ जमी हुई है. अगर आने वाले एक सप्ताह में मौसम ने साथ दिया तो आम यात्री भी गोमुख जा सकते हैं, लेकिन यदि इस बीच बारिश या फिर बर्फबारी हुई तो आम यात्रियों के लिए गोमुख और तपोवन जाना मुश्किलों भरा होगा.

उत्तरकाशी: हर साल मई महीने में 25 किमी लंबे गोमुख-तपोवन ट्रैक पर आम यात्रियों की आवाजाही देखने को मिलती है, लेकिन इस बार गोमुख-तपोवन की राह आसान नहीं है. क्योंकि इस साल सर्दियों में हुई भारी बर्फबारी के कारण गंगोत्री-गोमुख ट्रैक जगह-जगह बर्फ से पटा हुआ है.

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हाल ही में गंगोत्री नेशनल पार्क खुलने के बाद अभीतक माउंट हाई विंड ट्रैकिंग एंड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के दो दल गोमुख-तपोवन ट्रैक की सफल ट्रैकिंग कर लौट आये हैं. जिसमें 1 महिला समेत 6 विदेशी ट्रैकर्स शामिल थे. ट्रैकिंग कर आए ट्रैकर्स ने बताया कि अभी अनुभवी ट्रैकर्स और पर्वतारोही ही इस ट्रैक पर ट्रैकिंग के लिए जा सकते हैं.

माउंट हाई विंड ट्रैकिंग एंड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन का 4 सदस्यीय दल जिसमें सभी जापान के नागरिक शामिल हैं, शुक्रवार को 6 दिवसीय ट्रैकिंग पूरी करके गंगोत्री लौट आए. इससे पहले इसी एसोसिएशन का दल गोमुख तपोवन की सफल ट्रैकिंग कर 28 अप्रैल को गंगोत्री लौटा था. एसोसिएशन के सदस्य जयेंद्र राणा ने फोन पर ईटीवी भारत को जानकारी देते हुए बताया कि ट्रैकिंग के दौरान गोमुख में बर्फबारी देखने को मिली थी. मई माह में ट्रैकिंग के दौरान होने वाली बर्फबारी परेशानी खड़ी कर रही थी.

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यहीं कारण है कि आम आदमियों के लिए ये राह आसान नहीं होगी. अभी अनुभवी ट्रैकर्स और पर्वतारोही ही गोमुख तपोवन ट्रैक पर जा सकते हैं. गोमुख में अभी भी 1 से डेढ़ फीट बर्फ जमा है. इसके अवाला तपोवन में करीब 4 फीट से ज्यादा बर्फ जमी हुई है. अगर आने वाले एक सप्ताह में मौसम ने साथ दिया तो आम यात्री भी गोमुख जा सकते हैं, लेकिन यदि इस बीच बारिश या फिर बर्फबारी हुई तो आम यात्रियों के लिए गोमुख और तपोवन जाना मुश्किलों भरा होगा.

Intro:हेडलाइन- आम यात्री के आसान नहीं गोमुख-तपोवन की राह।नोट- इस खबर की वीडियो फ़ोटो मेल से भेजी है। उत्तरकाशी। अमूमन मई माह में करीब 25 किमी लंबे गोमुख-तपोवन ट्रैक में आम यात्रियों की आवाजाही देखने को मिलती है। लेकिन इस वर्ष पूर्व में हुई बर्फबारी और विगत दो दिनों में गंगोत्री घाटी में हुई बर्फबारी के कारण आम यात्रियों के लिए गोमुख तपोवन की राह आसान नहीं है। गंगोत्री नेशनल पार्क खुलने के बाद अभी तक माउंट हाई विंड ट्रैकिंग एन्ड माउंटेनिरिंग एसोसिएशन के दो दल गोमुख तपोवन ट्रैक की सफल ट्रैकिंग कर लौट आये हैं। जिसमें 1 महिला सहित 6 विदेशी ट्रैकर्स शामिल हैं। ट्रैक पूरा कर आए ट्रैकर्स ने etv bharat को जानकारी दी कि अभी अनुभवी ट्रैकर्स और पर्वतारोही ही इस ट्रैक पर ट्रैकिंग के लिए जा सकते हैं।


Body:वीओ-1, माउंट हाई विंड ट्रैकर्स एन्ड माउंटेनिरिंग एसोसिएशन का 4 सदस्यीय दल जिसमे सभी जापान के नागरिक शामिल हैं। शुक्रवार रात को गोमुख तपोवन ट्रैक का 6 दिवसीय ट्रैकिंग पूरी कर गंगोत्री लौट आए हैं। इससे पहले उक्त एसोसिएशन का 2 विदेशियों सहित 6 सदस्यीय दल गोमुख तपोवन का सफल ट्रैक 28 अप्रैल को गंगोत्री लौट आये थे। माउंट हाई विंड ट्रैकर्स एन्ड माउंटेनिरिंग के जयेंद्र राणा ने गंगोत्री से etv bharat को फोन पर जानकारी दी कि जापान के चार नागरिकों का दल 28 अप्रैल को गोमुख तपोवन ट्रैक के लिए निकले थे। जो कि ट्रैक की सफल ट्रैकिंग कर 3 अप्रैल रात को गंगोत्री लौट आये हैं।


Conclusion:वीओ-2, जयेंद्र राणा ने बताया कि जापान के चार सदस्यीय दल को ट्रैकिंग के दौरान गोमुख में बर्फबारी देखने को मिली थी। कहा कि मई माह में ट्रैकिंग के दौरान होने वाली बर्फबारी परेशानी खड़ी कर रही है। इसलिए अभी आम यात्रियों के लिए गोमुख तपोवन की राह आसान नहीं है। अभी अनुभवी ट्रैकर्स और पर्वतारोही ही गोमुख तपोवन ट्रैक पर जा सकते हैं। बताया कि गोमुख में अभी भी 1 से डेढ़ फीट बर्फ जमा है। तो साथ ही तपोवन में करीब 4 फिट तक बर्फ जमा है। कहा कि अगर आने वाले एक सप्ताह मौसम साफ रहता है। तब जाकर आम यात्रियों के लिए गोमुख की राह आसान हो सकती है।
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