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लॉकडाउन से गंगोत्री नेशनल पार्क को हुआ लाखों का नुकसान

गंगोत्री नेशनल पार्क को लॉकडाउन के कारण लाखों के राजस्व का नुकसान हुआ है. कोरोना के कारण पार्क के गेट इस साल नहीं खोले गए हैं.

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Published : Jun 15, 2020, 12:14 PM IST

Updated : Jun 15, 2020, 5:34 PM IST

गंगोत्री नेशनल पार्क
गंगोत्री नेशनल पार्क

उत्तरकाशी: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री नेशनल पार्क पर भी इस बार कोरोना की मार देखने को मिली है. कोरोना महामारी के चलते इस साल गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट नहीं खोले गए हैं. इस कारण इस साल सैकड़ों पर्वतारोहियों को निराश होना पड़ा है. इसके अलावा गंगोत्री नेशनल पार्क को भी खासा नुकसान उठाना पड़ा है.

गंगोत्री नेशनल पार्क को हुआ लाखों का नुकसान

पार्क प्रशासन की मानें तो बीते साल के राजस्व की तुलना में जून माह तक 25 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. अगर आगे भी गेट नहीं खुलते हैं तो पार्क को करीब 42 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ेगा. पार्क प्रशासन के अनुसार बीते साल पार्क में जून माह तक 12 हजार पर्यटक और पर्वतारोही गए थे.

पढ़ें- मौसम अपडेट: नैनीताल, बागेश्वर और चंपावत में भारी बारिश की संभावना

गंगोत्री नेशनल पार्क में गंगोत्री घाटी सहित नेलांग घाटी का करीब 2,390 स्क्वायर किमी का क्षेत्र आता है. गंगोत्री घाटी की बात करें तो इसमें गौमुख सहित तपोवन और पर्वतारोहियों की पसंदीदा विश्व की कई ऊंची-ऊंची चोटियां सतोपंथ सहित शिवलिंग 1 और 2, भागीरथी 1 और 2 व सुदर्शन पर्वत शामिल हैं. इन्हें देखने के लिए हर साल सैकड़ों देसी और विदेशी पर्वतारोही आते हैं. साथ ही गौमुख भी हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं.

साल 2015 के बाद नेलांग तक पर्यटन के लिए खोला गया था. लेकिन इस वर्ष गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट न खुलने से पर्वतारोहियों और साहसिक पर्यटकों को निराश होना पड़ा है.

पढ़ें- उत्तराखंड : दयारा बुग्याल में भू-कटाव रोकने के लिए अनूठी पहल

बता दें कि गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट कनखू बैरियर और नेलांग के लिए भैरों घाटी में गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शासन की अनुमति से पर्यटकों और पर्वतारोहियों के लिए खोल दिये जाते हैं. धाम के कपाट बंद होते ही पार्क के गेट भी बंद कर दिए जाते हैं. बीते साल गंगोत्री नेशनल पार्क में गेट बंद होने तक करीब 18,000 पर्यटक और पर्वतारोही आए थे. आपदा के बाद से गत वर्ष पर्यटकों की आमद से एक उम्मीद बंधी थी कि पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. लेकिन इस साल कोरोना ने इस सब पर पानी फेर दिया है. हालांकि कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए लगाया गया लॉकडाउन पार्क की दुर्लभ वन्य प्रजातियों के लिए वरदान साबित हुआ है.

उत्तरकाशी: विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री नेशनल पार्क पर भी इस बार कोरोना की मार देखने को मिली है. कोरोना महामारी के चलते इस साल गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट नहीं खोले गए हैं. इस कारण इस साल सैकड़ों पर्वतारोहियों को निराश होना पड़ा है. इसके अलावा गंगोत्री नेशनल पार्क को भी खासा नुकसान उठाना पड़ा है.

गंगोत्री नेशनल पार्क को हुआ लाखों का नुकसान

पार्क प्रशासन की मानें तो बीते साल के राजस्व की तुलना में जून माह तक 25 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. अगर आगे भी गेट नहीं खुलते हैं तो पार्क को करीब 42 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान उठाना पड़ेगा. पार्क प्रशासन के अनुसार बीते साल पार्क में जून माह तक 12 हजार पर्यटक और पर्वतारोही गए थे.

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गंगोत्री नेशनल पार्क में गंगोत्री घाटी सहित नेलांग घाटी का करीब 2,390 स्क्वायर किमी का क्षेत्र आता है. गंगोत्री घाटी की बात करें तो इसमें गौमुख सहित तपोवन और पर्वतारोहियों की पसंदीदा विश्व की कई ऊंची-ऊंची चोटियां सतोपंथ सहित शिवलिंग 1 और 2, भागीरथी 1 और 2 व सुदर्शन पर्वत शामिल हैं. इन्हें देखने के लिए हर साल सैकड़ों देसी और विदेशी पर्वतारोही आते हैं. साथ ही गौमुख भी हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं.

साल 2015 के बाद नेलांग तक पर्यटन के लिए खोला गया था. लेकिन इस वर्ष गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट न खुलने से पर्वतारोहियों और साहसिक पर्यटकों को निराश होना पड़ा है.

पढ़ें- उत्तराखंड : दयारा बुग्याल में भू-कटाव रोकने के लिए अनूठी पहल

बता दें कि गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट कनखू बैरियर और नेलांग के लिए भैरों घाटी में गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शासन की अनुमति से पर्यटकों और पर्वतारोहियों के लिए खोल दिये जाते हैं. धाम के कपाट बंद होते ही पार्क के गेट भी बंद कर दिए जाते हैं. बीते साल गंगोत्री नेशनल पार्क में गेट बंद होने तक करीब 18,000 पर्यटक और पर्वतारोही आए थे. आपदा के बाद से गत वर्ष पर्यटकों की आमद से एक उम्मीद बंधी थी कि पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. लेकिन इस साल कोरोना ने इस सब पर पानी फेर दिया है. हालांकि कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए लगाया गया लॉकडाउन पार्क की दुर्लभ वन्य प्रजातियों के लिए वरदान साबित हुआ है.

Last Updated : Jun 15, 2020, 5:34 PM IST
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