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उत्तरकाशी: हेलगुगाड में दरकती चट्टानें दे रहीं हादसों को न्योता, कई बार बंद हो चुका है गंगोत्री हाईवे - Gangotri Highway

गंगोत्री हाईवे पर हेलगुगाड हेलगुगाड में एक महीने में चार बार चट्टान टूट चुकी है, जिससे स्थानीय निवासियों में दहशत है. हालांकि, इसके लिए अभी तक कोई भी योजना तैयार नहीं कि गई है.

Gangotri highway
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Published : Jan 21, 2020, 8:41 PM IST

उत्तरकाशी: जनपद में भारी बर्फबारी और बारिश के बीच गंगोत्री हाईवे पर हेलगुगाड में दरकती चट्टानें बड़े हादसे को न्योता दे रही हैं. हेलगुगाड के पास एक महीने में चार से अधिक बार चट्टानें दरकने के कारण स्थानीय लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है. वहीं, भटवाड़ी और डबरानी के बीच जगह-जगह दरकती चट्टानें गंगोत्री हाईवे के लिए नासूर बनती जा रही हैं, लेकिन इनके समाधान के लिए अभी तक कोई योजना तैयार नहीं कि गई है.

सोमवार देर रात हेलगुगाड के पास गंगोत्री हाईवे पर चट्टानों के दरकने के कारण हाईवे बंद हो गया. जिसकी सूचना पर बीआरओ और बचाव राहत टीमें मौके पर पहुंची. करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद गंगोत्री हाईवे खोला गया. उसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हो पायी. हर्षिल घाटी पहले ही बर्फबारी के कारण बार-बार अलग-थलग पड़ रहा है. अब ये दरकती पहाड़ियां और भी मुसीबत बनती जा रही हैं.

गंगोत्री हाईवे पर दरक रही चट्टानें

पढ़ें- NH-9 पर लगातार हादसे का शिकार हो रहे वाहन, कार्यदायी संस्था से इंश्योरेंस कराने की मांग

बर्फबारी और बारिश के दौरान इन दरकती पहाड़ियों के समाधान के लिए बीआरओ और जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्य योजना तैयार नहीं कि गई है. अगर यही स्थिति रही तो मानसून सीजन में यह एक बहुत बड़ी मुसीबत बन सकता है.

उत्तरकाशी: जनपद में भारी बर्फबारी और बारिश के बीच गंगोत्री हाईवे पर हेलगुगाड में दरकती चट्टानें बड़े हादसे को न्योता दे रही हैं. हेलगुगाड के पास एक महीने में चार से अधिक बार चट्टानें दरकने के कारण स्थानीय लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है. वहीं, भटवाड़ी और डबरानी के बीच जगह-जगह दरकती चट्टानें गंगोत्री हाईवे के लिए नासूर बनती जा रही हैं, लेकिन इनके समाधान के लिए अभी तक कोई योजना तैयार नहीं कि गई है.

सोमवार देर रात हेलगुगाड के पास गंगोत्री हाईवे पर चट्टानों के दरकने के कारण हाईवे बंद हो गया. जिसकी सूचना पर बीआरओ और बचाव राहत टीमें मौके पर पहुंची. करीब 6 घंटे की मशक्कत के बाद गंगोत्री हाईवे खोला गया. उसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हो पायी. हर्षिल घाटी पहले ही बर्फबारी के कारण बार-बार अलग-थलग पड़ रहा है. अब ये दरकती पहाड़ियां और भी मुसीबत बनती जा रही हैं.

गंगोत्री हाईवे पर दरक रही चट्टानें

पढ़ें- NH-9 पर लगातार हादसे का शिकार हो रहे वाहन, कार्यदायी संस्था से इंश्योरेंस कराने की मांग

बर्फबारी और बारिश के दौरान इन दरकती पहाड़ियों के समाधान के लिए बीआरओ और जिला प्रशासन की ओर से कोई कार्य योजना तैयार नहीं कि गई है. अगर यही स्थिति रही तो मानसून सीजन में यह एक बहुत बड़ी मुसीबत बन सकता है.

Intro:उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जनपद में भारी बर्फबारी और बारिश के बीच गंगोत्री हाईवे पर हेलगुगाड के समीप दरकती चट्टानें बड़े हादसे को न्यौता दे रही है। हेलगुगाड के समीप एक माह में चार से अधिक बार चट्टानें दरकने के कारण स्थानीय लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं भटवाड़ी और डबरानी के बीच जगह-जगह दरकती चट्टानें गंगोत्री हाइवे के लिए नासूर बनती जा रही है। लेकिन इनके ट्रीटमेंट के लिए अभी तक कोई योजना तैयार नहीं कि गई है। Body:वीओ-1, सोमवार देर रात हेलगुगाड के समीप गंगोत्री हाईवे पर चट्टानों के दरकने के कारण हाईवे बन्द हो गया। जिसकी सूचना पर बीआरओ और प्रशासनिक की बचाव राहत टीमें मौके पर पहुंचे। करीब 6 घण्टे की मशक्कत के बाद गंगोत्री हाईवे खोला गया। उसके बाद वाहनों की आवाजाही शुरू हो पाया है। हर्षिल घाटी पहले ही बर्फबारी के कारण बार-बार अलग थलग पड़ रहा है। तो साथ ही अब ये दरकती पहाड़ियां और भी मुसीबत बन रही है। Conclusion:वीओ-2, बर्फबारिया और बारिश के दौरान इन दरकती पहाड़ियों के ट्रीटमेंट के लिए किसी प्रकार की बीआरओ और जिला प्रशासन की और से कोई कार्ययोजना तैयार नहीं कि गई। वहीं स्थिति यही बनी रहेगी। यो मानसून सीजन में यह एक बहुत बड़ी मुसीबत बन सकता है। बाईट- राजेश रावत,जवान क्यूआरटी टीम आपदा प्रबधन।
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