उत्तरकाशी: पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार 6 बार की बर्फबारी ने ग्लेशियरों को चार्ज कर दिया है. जहां एक ओर ये पर्यावरण दृष्टिकोण से सकारात्मक है. वहीं, ये ग्लेशियर हर्षिल घाटी और उसके आस पास के क्षेत्रों में मुसीबत साबित हो रहे हैं. बर्फबारी के बाद इस समय हर्षिल घाटी में तेज धूप के कारण ऊंचाई वाले इलाकों से ग्लेशियर पिघल कर गंगोत्री हाईवे पर आ गए, जिससे गंगोत्री हाईवे बंद हो गया. प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को खोला.
हर्षिल घाटी से अब ग्लेशियर आने का सिलसिला जारी हो गया है. दोपहर बाद झाला से हर्षिल के बीच करीब चार किमी के दायरे में चार स्थानों पर ग्लेशियर आ गए. इस कारण गंगोत्री हाईवे बंद हो गया. सूचना मिलने पर बीआरओ सहित आपदा प्रबधंन विभाग की क्यूआरटी टीम मौके पर पहुंची. बीआरओ की करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद गंगोत्री हाईवे पर वाहनों की आवाजाही चालू हो पाई.
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क्यूआरटी टीम के सदस्य राजेश रावत ने बताया कि हर्षिल घाटी में विगत कुछ दिनों से मौसम साफ होने के कारण तेज धूप खिली हुई है. इस कारण हर्षिल घाटी में ग्लेशियरों का आना शुरू हो गया है. रावत ने बताया कि हर्षिल और झाला के बीच वर्षों बाद ग्लेशियर देखने को मिल रहे हैं. इस साल की बर्फबारी ने सभी ग्लेशियरों को चार्ज कर दिया है.