उत्तरकाशी: गंगोत्री मन्दिर धाम समिति के पदाधिकारियों सहित पुरोहितों ने एक बार फिर से प्रदेश सरकार के बनाए देवस्थानम प्रबधंन बोर्ड का विरोध शुरू कर दिया है. गंगोत्री धाम के पुरोहितों ने देवस्थानम प्रबधंन बोर्ड की प्रदेश स्तर पर होने वाली बैठक का विरोध किया है. पुरोहितों का कहना है कि इस बोर्ड का कोई भी औचित्य नहीं है, क्योंकि यह उनके हक-हकूकों के साथ खिलवाड़ है. इसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
प्रदेश सरकार के देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को बनाने को लेकर चारधाम के पुरोहित समाज ने पूर्व में जिला और राज्य स्तर पर धरना प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज किया था. लेकिन प्रदेश सरकार इस बोर्ड को वजूद में लाई. जिसके खिलाफ गंगोत्री पुरोहितों के अनुरोध पर सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कोर्ट में याचिका दायर की थी. यह मामला कोर्ट में लंबित है.
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गंगोत्री धाम मंदिर समिति के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल ने कहा कि इस कोरोना काल में जहां पूरा देश इस महामारी से लड़ रहा है तो दूसरी ओर प्रदेश सरकार को देवस्थानम बोर्ड की बैठक पर ज्यादा ध्यान है. जबकि यह बोर्ड पुरोहितों के साथ खिलवाड़ है. उन्होंने कहा कि धामों में वह पूरी व्यवस्था करते हैं. अगर प्रदेश सरकार अब भी देवस्थानम बोर्ड की जिद पर अड़ी रहती है तो उन्हें भूख हड़ताल के लिए बाध्य होना पड़ेगा.