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गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में कपाट बंद होने की तैयारियां शुरू, फूलों से सजाया गया मंदिर

प्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम को रंग बिरेंगी फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है. जिसकी अलौकिक छटा देखते ही बन रही है. गंगोत्री धाम के कपाट 26 अक्टूबर तो यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.

Gangotri Dham kapat
गंगोत्री मंदिर की फोटो
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Published : Oct 24, 2022, 3:52 PM IST

Updated : Oct 24, 2022, 4:37 PM IST

उत्तरकाशीः विश्व प्रसिद्ध चार धाम में शुमार गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के पर्व पर 26 अक्टूबर को दोपहर 12.01 बजे बंद होंगे. जबकि, यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्टूबर को भैया दूज पर दोपहर 12.09 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. कपाट बंद होने से पहले मंदिर को फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है. जिससे मंदिर की भव्यता देखते ही बन रही है.

26 अक्टूबर को बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाटः गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि के नजदीक आते ही व्यापारी और अन्य व्यवसायी लौटने की तैयारी करने लगे हैं. कुछ व्यापारी आ भी गए हैं. गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के अवसर पर बंद होते हैं. इस बार 26 अक्टूबर को सुबह 10.15 बजे मां गंगा के मुकुट को उतारा जाएगा और इसके बाद निर्वाण दर्शन होंगे. वेद मंत्रों के साथ मां की मूर्ति का महाभिषेक होता है.

फूलों से सजा गंगोत्री धाम.
ये भी पढ़ेंः दीपावली के मौके पर केदारनाथ धाम दिख रहा अलौकिक, दीपक की रोशनी से केदारपुरी जगमगाया

मुखबा में होंगे मां गंगा के दर्शनः उसके बाद विधिवत हवन पूजा-अर्चना के साथ दोपहर 12.09 बजे अमृत बेला पर कपाट बंद किए जाएंगे. जिसके बाद डोली मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी. डोली चंडेश्वरी देवी मंदिर (मार्कंडेय मंदिर) में रात्रि प्रवास करेगी. अगले दिन 27 अक्टूबर को गंगा की डोली मुखबा पहुंचेगी. कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखबा) में कर सकेंगे.

27 अक्टूबर को बंद होंगे यमुनोत्री धाम के कपाटः उधर, यमुनोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष राज स्वरूप उनियाल ने बताया कि 27 अक्टूबर को भैया दूज पर दोपहर 12.09 बजे यमुनोत्री के कपाट (Yamunotri Dham Kapat) बंद किए जाएंगे. 27 अक्टूबर की सुबह यमुना की डोली लेने के लिए खरशाली गांव से शनि महाराज की डोली यमुनोत्री पहुंचेगी. जिसके बाद शनि महाराज के नेतृत्व में मां यमुना की डोली खरसाली पहुंचेगी. कपाट बंद होने तक खरसाली में स्थित यमुना मंदिर में मां यमुना के दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान से हुए बंद, अब 6 माह बाद होगी पूजा

27 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट भी होंगे बंदः बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट (Kedarnath Doors Closed Date) भी शीतकाल के लिए विधि विधान के साथ 27 अक्टूबर को बंद होंगे. बीती 22 अक्टूबर को बाबा केदार के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान से बंद कर दिए गए हैं. इसी के तहत केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. जबकि, बदरीनाथ धाम के कपाट (Badrinath Temple Kapat) आगामी 19 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे.

उत्तरकाशीः विश्व प्रसिद्ध चार धाम में शुमार गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट बंद होने की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं. गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के पर्व पर 26 अक्टूबर को दोपहर 12.01 बजे बंद होंगे. जबकि, यमुनोत्री धाम के कपाट 27 अक्टूबर को भैया दूज पर दोपहर 12.09 बजे शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. कपाट बंद होने से पहले मंदिर को फूलों से भव्य तरीके से सजाया गया है. जिससे मंदिर की भव्यता देखते ही बन रही है.

26 अक्टूबर को बंद होंगे गंगोत्री धाम के कपाटः गंगोत्री धाम के कपाट बंद होने की तिथि के नजदीक आते ही व्यापारी और अन्य व्यवसायी लौटने की तैयारी करने लगे हैं. कुछ व्यापारी आ भी गए हैं. गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट के अवसर पर बंद होते हैं. इस बार 26 अक्टूबर को सुबह 10.15 बजे मां गंगा के मुकुट को उतारा जाएगा और इसके बाद निर्वाण दर्शन होंगे. वेद मंत्रों के साथ मां की मूर्ति का महाभिषेक होता है.

फूलों से सजा गंगोत्री धाम.
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मुखबा में होंगे मां गंगा के दर्शनः उसके बाद विधिवत हवन पूजा-अर्चना के साथ दोपहर 12.09 बजे अमृत बेला पर कपाट बंद किए जाएंगे. जिसके बाद डोली मुखबा के लिए प्रस्थान करेगी. डोली चंडेश्वरी देवी मंदिर (मार्कंडेय मंदिर) में रात्रि प्रवास करेगी. अगले दिन 27 अक्टूबर को गंगा की डोली मुखबा पहुंचेगी. कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखबा) में कर सकेंगे.

27 अक्टूबर को बंद होंगे यमुनोत्री धाम के कपाटः उधर, यमुनोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष राज स्वरूप उनियाल ने बताया कि 27 अक्टूबर को भैया दूज पर दोपहर 12.09 बजे यमुनोत्री के कपाट (Yamunotri Dham Kapat) बंद किए जाएंगे. 27 अक्टूबर की सुबह यमुना की डोली लेने के लिए खरशाली गांव से शनि महाराज की डोली यमुनोत्री पहुंचेगी. जिसके बाद शनि महाराज के नेतृत्व में मां यमुना की डोली खरसाली पहुंचेगी. कपाट बंद होने तक खरसाली में स्थित यमुना मंदिर में मां यमुना के दर्शन श्रद्धालु कर सकेंगे.
ये भी पढ़ेंः केदारनाथ के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान से हुए बंद, अब 6 माह बाद होगी पूजा

27 अक्टूबर को केदारनाथ धाम के कपाट भी होंगे बंदः बता दें कि केदारनाथ धाम के कपाट (Kedarnath Doors Closed Date) भी शीतकाल के लिए विधि विधान के साथ 27 अक्टूबर को बंद होंगे. बीती 22 अक्टूबर को बाबा केदार के क्षेत्र रक्षक भैरवनाथ के कपाट विधि-विधान से बंद कर दिए गए हैं. इसी के तहत केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. जबकि, बदरीनाथ धाम के कपाट (Badrinath Temple Kapat) आगामी 19 नवंबर को बंद कर दिए जाएंगे.

Last Updated : Oct 24, 2022, 4:37 PM IST
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