उत्तरकाशीः आपदा प्रभावित मांडो, निराकोट समेत कंकराड़ी में भारी बारिश के बीच लगातार राहत और बचाव कार्य जारी है. तीसरे दिन भी जिला प्रशासन समेत आपदा प्रबधन, पुलिस, SDRF और NDRF की टीम जुटी रही. मांडो गांव में जहां गदेरे को चैनलाइज किया जा रहा है तो वहीं कंकराड़ी में भी गदेरे के बीच मार्ग को आवाजाही के लिए खोल दिया गया है.
जिला प्रशासन की ओर से मांडो में दो जेसीबी लगाकर कार्य किया जा रहा है. एक जेसीबी गदेरे में बहे पुल के स्थान पर मार्ग को आवाजाही के लिए सुचारू कर रही है तो वहीं, दूसरी जेसीबी आपदा प्रभावित क्षेत्र से मलबा हटाने के साथ ही गदेरे को चैनलाइज कर रही है.
ये भी पढ़ेंः उत्तरकाशी: मांडो गांव में राहत-बचाव कार्यों में तेजी, SDRF और NDRF ने संभाला मोर्चा
वहीं, कंकराड़ी में भी गदेरे के बीच मार्ग को आवाजाही के लिए खोला गया है, लेकिन मार्ग गदेरे के जलस्तर पर निर्भर है कि कितनी देर खुला रहता है. साथ ही NDRF ने कंकराड़ी में लापता युवक की खोजबीन की. जबकि, मंगलवार सुबह डीएम मयूर दीक्षित ने मांडो में चल रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया.
ये भी पढ़ेंः साड़ा पुल को एबेटमेंट के साथ ही उखाड़ ले गया सैलाब, विभाग ने 10 दिन में आवाजाही शुरू करने का किया दावा
जिला प्रशासन की ओर से मांडो और कंकराड़ी में आपदा प्रभावितों को भोजन के लिए राशन उपलब्ध करवाया जा रहा है. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की ओर से मांडो गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. जहां आपदा प्रभावितों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें दवाइयां वितरित की गई. एसडीएम देवेंद्र सिंह नेगी ने बताया कि आपदा प्रभावितों को सहायता धनराशि भी उपलब्ध करवाई जा रही है.
ये भी पढ़ेंः जाको राखे साइयां मार सके न कोय: 75 साल के गैणा सिंह सलामत, ढाई घंटे मलबे में दबे रहे
गौर हो कि बीते 18 जुलाई की रात को मांडो, निराकोट और कंकराड़ी में जल प्रलय आया. इस प्रलय ने तीन लोगों की जिंदगी लील ली. एक व्यक्ति अभी भी लापता है. कई घर क्षतिग्रस्त हो गए. साथ ही खेत और सड़कें बह गए.