उत्तरकाशीः कांग्रेस के पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर खुद सजवाण ने विराम लगा दिया है. खुद विजयपाल सजवाण ने सामने आकर बातों का खंडन किया है. सजवाण ने कहा कि जब साल 2016 में उन्हें 10 करोड़ रुपये और मंत्री पद का ऑफर मिला था, तब उन्होंने कांग्रेस का दामन नहीं छोड़ा, तो अब क्यों छोड़ेंगे.
उन्होंने कहा कि आज भाजपा में गंगोत्री विधानसभा सीट से दावेदारों की लंबी भीड़ लगी हुई है. स्थिति ये है कि आज भाजपा के पास गंगोत्री में कोई चेहरा नहीं रह गया है इसलिए कांग्रेस भारी बहुमत से जीत हासिल कर रही है. विजयपाल सजवाण ने कहा कि कांग्रेस ने उन्हें पहचान दी है, इसलिए कभी नहीं हो सकता कि वो कांग्रेस को छोड़ दें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है, जो हर वर्ग के व्यक्ति को साथ लेकर चलती है.
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बता दें कि शुक्रवार को कांग्रेस के टिहरी लोकसभा पर्यवेक्षक (पूर्व सांसद हिमाचल प्रदेश) सुरेश चंदेल की मौजूदगी में 2022 चुनाव को लेकर कांग्रेस ने गंगोत्री विधानसभा से कार्यकर्ता सम्मेलन से चुनावी शंखनाद शुरू किया. इस मौके पर सुरेश चंदेल ने कार्यकर्ताओं से कहा कि, आज केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकार हर मोर्चे पर फेल है. केंद्र सरकार ने जनता पर जो महंगाई का बोझ डाला है, उसका जवाब हिमाचल प्रदेश में हाल ही हुए चुनाव में देखने को मिल ही गया है, इसलिए अब कार्यकर्ता पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के विकास कार्यों और वर्तमान सरकार की विफलता को लेकर घर-घर तक जाएंगे.
सरकार बनाने के लिए खास है गंगोत्री सीटः गौर हो कि उत्तराखंड की गंगोत्री सीट प्रदेश में सरकार बनाने की लिहाज से खास रही है. कहा जाता है कि गंगोत्री सीट पर जिस पार्टी का उम्मीदवार चुनाव जीतता है, उसकी ही पार्टी की प्रदेश में सरकार बनती है. वहीं, 2017 विधानसभा चुनाव में भाजपा के गोपाल सिंह रावत ने विजयपाल सजवाण को हराया था. हालांकि 22 अप्रैल 2021 को गोपाल सिंह रावत का निधन हो गया था, तब से गंगोत्री सीट रिक्त है.