उत्तरकाशी/रुद्रप्रयाग: उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने का सिलसिला जारी है. जहां उत्तरकाशी के डुंडा ब्लॉक अंतर्गत ओल्या बल्ला गांव में जंगलों की आग खेतों तक आ पहुंची (Forest fire in uttarkashi) और किसानों की गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई. वहीं, रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक के अरखुंड गांव में भी जंगलों की आग अचानक गौशाला तक पहुंच गई. हालांकि, गौशाला में बंधे पांच मवेशियों को समय रहते बचा लिया गया.
बता दें कि उत्तरकाशी के डुंडा ब्लॉक के ओल्या बल्ला गांव में जंगलों की आग के कारण सेब, आड़ू, खुमानी, नाशपाती व बादाम के पेड़ों को नुकसान पहुंचा है. खेतों तक पहुंची आग से गेहूं की फसल बचाने के लिए ग्रामीण दिन भर आग बुझाते रहे. ग्रामीण महावीर प्रसाद भट्ट ने कहा कि आग से किसानों की गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा कि वन विभाग के कर्मचारी आग बुझाने आए थे, लेकिन वे अपनी प्लांटेशन तक नहीं बचा पाए. ऐसे में उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल क्षति का आकलन कर पीड़ित किसानों को उचित मुआवजा देने की मांग की है.
वहीं, रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक के अरखुंड गांव में जंगलों की आग अचानक गौशाला में आने से (Forest fire in rudraprayag) दहशत फैल गई. हालांकि, यहां बंधे पांच मवेशियों को बचा लिया गया. ग्रामीणों ने करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. इस घटना के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है. ग्रामीण धीरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि जंगलों की आग अब गांव तक पहुंचने लगी है, जिससे ग्रामीणों के साथ ही मवेशियों को भी खतरा पैदा हो गया है. उन्होंने जिला प्रशासन से जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है.