उत्तरकाशीः कुटेटी देवी मंदिर के पास पहाड़ी पर अचानक आग लगने से अफरा तफरी मच गई. आग लगने की सूचना मिलते ही वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे, लेकिन विभागीय कर्मचारी एक बार फिर लचर व्यवस्था के आगे मजबूर नजर आए. यहां पर वन विभाग के वन बीट अधिकारी समेत कर्मचारी पेड़ की टहनियां तोड़कर आग बुझाने का प्रयास करते दिखाई दिए. हालांकि करीब 1 घंटे के बाद फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंची और बमुश्किल आग पर काबू पाया.
वनाग्नि से निपटने की तैयारियों को लेकर वन विभाग कितना मुस्तैद है, इसकी बानगी जिला मुख्यालय के पास स्थित पहाड़ी पर आग लगने पर देखने को मिली. यहां पर विभाग की तमाम तैयारियों और दावों की पोल खुल गई. दरअसल, बुधवार शाम को कुटेटी देवी मंदिर के पास विद्युत कॉलोनी की पहाड़ी पर अचानक आग लग गई. देखते ही देखते आग तेजी से फैल गई. उधर, सूचना मिलने पर वन विभाग के कर्मचारी समेत वन बीट अधिकारी मौके पर पहुंचे, लेकिन संसाधनों के अभाव में वन विभाग के कर्मचारी लाचार नजर आए.
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इतना ही नहीं वन विभाग के कर्मचारी पास की पहाड़ियों से पेड़ की टहनियां लाकर आग पर काबू पाने की कोशिश करते दिखाई दिए. इस दौरान आग का खतरा लगातार बढ़ रहा था. ऐसे में कोई बड़ा हादसा भी हो सकता था. आग बढ़ता देखे मौके पर मौजूद कर्मचारियों ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम से फायर ब्रिगेड को दी.
वन विभाग की मानें तो वन कर्मियों को वायरलेस समेत अन्य उपकरणों से सुसज्जित किया गया है, लेकिन कुटेटी देवी की मंदिर की पहाड़ी पर लगी आग ने वन विभाग की तैयारियों की पोल खोल दी है. ऐसे में सवाल उठना भी लाजिमी है कि सड़क के नजदीक होने से फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंच गई, लेकिन दूरस्थ क्षेत्रों में आग लगने पर वन विभाग कब तक पेड़ की टहनियों के सहारे आग बुझाने का प्रयास करता रहेगा?