पुरोलाः सब्जी मंडियों में इनदिनों पहाड़ों से टमाटर आने लगे हैं, लेकिन किसानों को अपनी नगदी फसल टमाटर के अच्छे दाम नहीं मिल रहे हैं. जिससे किसान काफी मायूस नजर आ रहे हैं. किसानों का कहना है कि बीते साल के मुकाबले इस बार उनके टमाटर काफी कम दाम पर बिक रहे हैं. टमाटर की सही कीमत ना मिलने से फसल उत्पादन में लगी लागत भी नहीं निकल पा रही है.
बता दें कि उत्तरकाशी जिले के रवाईं घाटी में काफी टमाटर का उत्पादन किया जाता है. इनदिनों खेतों से टमाटर मंडियों तक पहुंचने लगे हैं, लेकिन मंडी में टमाटर औने-पौने दामों में बिक रहे हैं. जिससे किसान काफी हतोत्साहित हैं. किसानों का कहना है कि मंडी में टमाटर पांच से सात रुपये प्रति किलो के दाम पर बिक रहा है. जिससे उन्हें लागत भी नहीं मिल पा रहा है. उन्होंने कहा कि बीज और खाद समेत अन्य जरुरतों के लिए बैंको से ऋण लिया था, लेकिन रेट ना मिलने से कर्ज चुकाने के साथ रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
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वहीं, काश्तकारों ने सरकार से क्षेत्र में ही एक सब्जी मंडी खोलने की मांग है. जिससे कास्तकारों की मेहनत का मुनाफा सीधा उन्हें ही मिले. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में मंडी खुलने से किसान बिचौलिए से बच सकते हैं. ऐसे में उनकी फसलें औने-पौने दामों में नहीं बिकेगी. साथ ही इससे कास्तकारों की आर्थिकी भी मजबूत होगी.