उत्तरकाशी: मोरी ब्लॉक गांव के सुदूरवर्ती गांव जखोल में सोमेश्वर देवता का मेला धूमधाम से मनाया जा रहा है. अपने आराध्य देवता के इस धार्मिक अनुष्ठान में ग्रामीणों ने भारी बर्फबारी के बीच देव डोली के साथ उत्तरकाशी में रासो तांदी नृत्य कर क्षेत्र की खुशहाली एवं सुख समृद्धि की कामना की. मेले में 22 गांवों के ग्रामीणों की भारी संख्या में भीड़ जुट रही है.
उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लॉक के जखोल गांव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सोमेश्वर देवता के मेले का आयोजन किया गया है. 15 दिन तक चलने वाले इस मेले में ग्रामीण अपने आराध्य देवता का विशेष पूजा अर्चना करते हैं. जनपद के सुदूरवर्ती तहसील के जखोल गांव में भारी बर्फबारी के बीच 22 गांवों के ग्रामीण अपने आराध्य देव सोमेश्वर देवता की पूजा अर्चना कर रहे हैं.
सोमेश्वर देवता साल भर तक जखोल गांव के थान मन्दिर में ही निवास करते हैं. माघ माह के बसंत पंचमी के दिन अपने निवास स्थान से बाहर आते हैं. इस अवसर पर ग्रामीण सोमेश्वर देवता का भव्य स्वागत करते हैं. सोमेश्वर देवता 15 दिन तक जखोल गांव में ही रहते हैं. उसके बाद देवता क्षेत्र की सुख समृद्धि और खुशहाली के लिए 22 गांवों का भ्रमण करते हैं.
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बसंत पंचमी के दिन से जखोल गांव में भव्य मेले का आयोजन होता है. इसमें ग्रामीण रासो तांदी नृत्य कर सोमेश्वर देवता की पूजा अर्चना करते हैं. जखोल गांव से जो तस्वीरें आई हैं वो देवभूमि के निवासियों की अपने देवता के प्रति अटूट आस्था को देखा जा सकता है. 22 गांवों के ग्रामीण अपने आराध्य देव सोमेश्वर देवता की पूजा-अर्चना और रासो तांदी नृत्य भारी बर्फबारी के बीच कर रहे हैं. क्षेत्र के दर्जनों ढोल दमाऊ देवता को प्रसन्न कर रहे हैं. जखोल गांव में तीन चार फीट बर्फ पड़ी हुई है. बर्फबारी का सिलसिला जारी है. इसके बाद भी ग्रामीणों की आस्था अपने आराध्य देव की प्रति अटल है.