उत्तरकाशी: यदि आप भी एडवेंचर टूरिज्म का शौक रखते हैं, तो आप के लिए अच्छी खबर नहीं है. क्योंकि अब आपको एडवेंचर टूरिज्म के लिए पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे. वन विभाग ने गंगोत्री नेशनल पार्क समेत अन्य राष्ट्रीय पार्कों व वन्य जीव विहारों के प्रवेश शुल्क में करीब 33 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है. बढ़ी हुई दरें आज 27 सितंबर से लागू हो गई हैं.
सरकार के इस फैसले से पर्यटकों के साथ-साथ स्थानीय व्यापारी भी थोड़ा सा मायूस हुए हैं. स्थानीय व्यापारियों और ग्रामीणों का मानना है कि प्रवेश शुल्क में करीब 33 फीसदी की बढ़ोत्तरी होने से पर्यटन पर प्रभाव पड़ेगा. यहां पर पर्यटक कम आएगा, जिससे उनका रोजगार प्रभावित होगा.
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स्थानीय लोगों का कहना है कि बीते दिनों आई बारिश और आपदा में उनका काफी नुकसान हुआ था. हालांकि अब उन्हें उम्मीद थी कि मॉनसून की विदाई के बाद उनका रोजगार पटरी पर आएगा, लेकिन सरकार के इस फैसले से पर्यटकों के साथ-साथ उन्हें भी बड़ा झटका लगा है.
बता दें कि हर साल बड़ी संख्या में टूरिस्ट उत्तराखंड के अलग-अलग राष्ट्रीय पार्कों का रुख करते हैं और यहां पर एडवेंचर टूरिज्म का मजा लेते हैं. एडवेंचर टूरिज्म से हर साल सरकार को करोड़ों रुपए की आमदनी होती है. वहीं अब सरकार ने राष्ट्रीय पार्कों, वन्य जीव विहारों और आसन सहित झिलमिल झील जैसे संरक्षण आरक्षित क्षेत्रों के प्रवेश शुल्क में करीब 33 फीसदी की बढ़ोत्तरी की है.
एंट्री फीस 33 फीसदी बढ़ी: गंगोत्री नेशनल पार्क में जहां पहले भारतीय पर्यटकों को एंट्री फीस के तौर पर 150 रुपए देने होते थे, वहीं अब उन्हें 150 की जगह 200 रुपए देने होंगे. इसके साथ ही विदेशी पर्यटकों से अब 800 रुपए एंट्री फीस ली जाएगी. पहले उन्हें 600 रुपए देने होते थे.
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कॉर्बेट नेशनल पार्क की एंट्री फीस: वहीं, नैनीताल जिले के कॉर्बेट नेशनल पार्क में जहां पहले भारतीय सैलानियों को 200 रुपए शुल्क देना होता था, वहां अब उन्हें 150 फीसदी ज्यादा यानी 500 रुपए प्रवेश शुल्क देना पड़ेगा, जबकि विदेशियों को 900 की जगह 66 फीसदी ज्यादा 1500 रुपए देने होंगे.
राजाजी टाइगर रिजर्व: हरिद्वार जिले में स्थित राजाजी टाइगर रिजर्व के लिए पहले जहां भारतीय पर्यटकों से 150 रुपए लिए जाते थे वहीं, अब उनको 300 रुपए देने होंगे. विदेशी पर्यटकों की बात करें तो उन्हें 600 की जगह एक हजार रुपए देने होंगे.
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बता दें कि उत्तराखंड में आखिर बार साल 2009 में दरों को बढ़ाया गया था. अब 14 साल बाद फिर से राष्ट्रीय पार्कों की दरों को बढ़ाया गया है. एंट्री फीस के अलावा वाहनों का किराया और गेस्ट हाउसों का चार्ज भी बढ़ाया गया है. उत्तरकाशी के जिला पर्यटन अधिकारी जसपाल चौहान ने बताया कि शासन के निर्देश पर प्रवेश शुल्क बढ़ाया गया है. इसे जनपद में संचालित सिंगल विंडो सिस्टम पर भी अपडेट कर दिया गया है, जो कि आज से लागू होगा है.