उत्तरकाशी: द्रौपदी का डांडा 2 (डीकेडी) हिमस्खलन त्रासदी के एक साल बाद लापता चल रहे दो प्रशिक्षु पर्वतारोहियों में से एक प्रशिशु का शव नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग (NIM) की टीम ने क्रेवास से बरामद किया है जबकि दूसरे की तलाश जारी है. बरामद शव की पहचान ऋषिकेश (देहरादून) निवासी नौसेना के नाविक विनय पंवार के रूप में हुई है. शव को जिला अस्पताल उत्तरकाशी में लाया गया है.
हादसे के एक साल बाद मिला विनय का शव: घटना के मुताबिक, चार अक्टूबर 2022 की सुबह निम के एडवांस कोर्स का प्रशिक्षु और प्रशिक्षक दल, समिट कैंप से डीकेडी 2 आरोहण के लिए निकला था. इसी दौरान दल में शामिल दो प्रशिक्षक और 32 प्रशिक्षु पर्वतारोही (कुल 34) हिमस्खलन की जद में आए गए थे. इनमें से 27 के शव बीते वर्ष ही बरामद कर लिए गए थे, जबकि दो पर्वतारोही लापता चल रहे थे. इनमें प्रतीत नगर ऋषिकेश (देहरादून) निवासी नौसेना के नाविक विनय पंवार और सेक्टर 4 नोएडा (यूपी) निवासी सेना अस्पताल लखनऊ में चिकित्सक लेफ्टिनेंट कर्नल दीपक वशिष्ठ शामिल थे. इन दो प्रशिक्षु पर्वतारोहियों की तलाश के लिए हादसे के एक साल बाद निम ने अपने एडवांस कोर्स के साथ अभियान चलाया.
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ऋषिकेश भेजा जाएगा शव: कोर्स के साथ अभियान का नेतृत्व स्वयं NIM के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमन भदौरिया ने किया. उप प्रधानाचार्य मेजर देवल वाजपेयी ने बताया कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के डोकरानी बामक ग्लेशियर में हिमस्खलन के करण हुए हादसे में लापता दो प्रशिक्षुओं में से एक प्रशिक्षु (नौसेना में नाविक विनय पंवार निवासी ऋषिकेश) का शव बीते रोज 4 अक्टूबर को बरामद किया गया. फिर शव को निम बेस कैंप डोकरानी बामक में लाया गया. इसके बाद 5 अक्टूबर को सेना के हेलीकॉप्टर से विनय पंवार के शव को हर्षिल लाया गया और हर्षिल से वाहन के माध्यम से उत्तरकाशी लाया गया. शव का पोस्टमॉर्टम जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी में किया जा रहा है. ये कार्रवाई पूरी होने के बाद विनय पंवार के शव को उनके घर ऋषिकेश पहुंचाया जाएगा.