उत्तरकाशी: उत्तराखंड में लगातार जारी बारिश और भूस्खलन से जल-प्रलय जैसा मंजर है. प्रदेश के तमाम क्षेत्रों में कुदरत का कहर जारी है. ऐसे में संपर्क मार्ग बहने से पहाड़ों पर बसे सैकड़ों गांवों का संपर्क देश दुनिया से कट गया है. वहीं उत्तरकाशी के मोरी तहसील के आराकोट बंगाण क्षेत्र के टिकोची में बादल फटने से 12 लोगों की मौत हुई. वहीं आपदा राहत-बचाव कार्य के लिए वायुसेना का हेलीकाप्टर भी लगाया गया है. साथ ही आपदा में फंसे लोगों के लिए राहत सामग्री भेजी जा रही है.
बता दें कि उत्तरकाशी में बिगड़े हालातों को देखते हुए लगातार एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन सतर्क है. लिहाजा एसडीआरएफ घायलों को उत्तरकाशी से रेस्क्यू कर देहरादून पहुंचा रही है.
वहीं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी सचिव एसए मुरुगेशन ने बताया कि अभी तक करीब 12 लोगों की मौत हो गई है. साथ ही 5 लोग लापता हैं. हेलीकॉप्टर के माध्यम से आपदा प्रभावितों के लिए नजदीकी बाजार त्यूणी से खाने-पीने की सामग्री और दवाइयां भेजी जा चुकी हैं. जिसे आराकोट इंटर कॉलेज में स्टोर किया जा रहा है. जिससे फंसे हुए लोगों को कुछ दिनों तक राहत पहुंचाई जा सके. साथ ही बताया कि कई गांवों में राहत बचाव के लिए एसडीआरएफ की टीमें रवाना कर दी गई हैं.
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वहीं.स्थानीय निवासियों ने बताया कि बादल फटने के बाद से सभी गांववासी काफी परेशान हैं. उनका बहुत नुकसान हुआ है. साथ ही करीब 10 से 20 लोग बह गए हैं. साथ ही कई मवेशी भी बह गए हैं. सभी संपर्क मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं. उधर, डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि राहत बचाव के लिए 3 हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं. इसके साथ ही आपदा प्रभावितों के लिए राशन और दवाइयां भी भेज दी गई हैं.