उत्तरकाशी: हिमाचल प्रदेश सीमा से लगे आराकोट, माकुड़ी, टिकोची, किराणु, चीवां, बलावट, सहित 13 गांव में बीते रविवार को बारिश कहर बरपाया. जिससे जान-माल के नुकसान के साथ ही लोगों लोगों की संचित भूमि बह गई है. वहीं आपदा सचिव अमित नेगी और आईजी एसडीआरएफ संजय गुंज्याल ने सोमवार सुबह मौसम साफ होते ही प्रभावित गांवों का हैली से निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया.वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत आपदा प्रभावितों का हाल-चाल जानने उत्तरकाशी पहुंच चुके हैं.
गौर हो कि आपदा सचिव अमित नेगी और आईजी एसडीआरएफ संजय गुंज्याल ने जीआईसी आराकोट में जनपद स्तरीय अधिकारियों की महत्पूर्ण बैठक लेते हुए राहत बचाव कार्य हेतु जरूरी दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि घायलों को बचाना प्राथमिकता है. इसलिए घायलों को हेली से रेस्क्यू कर हायर सेंटर रेफर करवाया जाएं. माकुड़ी गांव से चार घायलों को रेस्क्यू कर हेलीकॉप्टर के माध्यम से हायर सेंटर देहरादून के लिए रेफर ले जाया गया है.
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प्रभावित ग्रामीणों को खाद्य सामाग्री, मेडिकल किट और सभी जरूरी सामान को हेली से भिजवाया गया. प्रभावित ग्रामीणों में राहत बचाव दल के एनडीआरएफ, एसडीआरएफ,पुलिस व अधिकारी पंहुच चुके हैं. साथ ही लगातार राहत एवं बचाव कार्य जारी है. आपदा सचिव अमित नेगी ने कहा कि क्षतिग्रस्त पुलों के पास एसडीआएफ रस्सियों का उपयोग करते हुए ब्रिज बनाने के निर्देश दिए ताकि लोगों को आवाजाही में परेशानी का सामना न करना पड़े.
जिलाधिकारी डॉ.आशीष चौहान के नेतृत्व में लगातार हेली से राहत एवं बचाव कार्य चल रहा हैं. ग्रामीणों को स्वास्थ्य उपचार के साथ ही जरूरी सामान मुहैया करवाया जा रहा हैं. साथ ही क्षतिग्रस्त मकानों व भूमि के आंकलन के लिए अधिकारियों की टीम बनाई गई है.वहीं, प्रभावित गांवों में बिजली, संचार सेवा बहाल करने के निर्देश दिए. जिलाधिकारी ने प्रभावित गांव में क्षतिग्रस्त पुल के स्थान पर शीघ्र वैली ब्रिज बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए. बता दें कि इस आपदा में और लोगों की दबे होने की आशंका जताई जा रही है.