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इको टूरिज्म के लिए बनाई जाएंगी समितियां, 2 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार - इको टूरिज्म के जरिए 2 लाख लोगों को मिलेगा रोजगार

Cabinet Minister Subodh Uniyal ने अगोड़ा गांव पहुंचकर गणेश उत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कई घोषणाएं भी की. उन्होंने इको टूरिज्म के जरिए दो लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराने की बात भी कही. साथ ही कहा कि डोडीताल क्षेत्र को इको टूरिज्म परियोजना में शामिल किया जाएगा.

Subodh Uniyal Participated Ganesh Utsav Program
वन मंत्री सुबोध उनियाल
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 27, 2023, 10:48 PM IST

Updated : Sep 27, 2023, 10:57 PM IST

अगोड़ा गांव में वन मंत्री सुबोध उनियाल

उत्तरकाशीः वन मंत्री सुबोध उनियाल ने अगोड़ा गांव में आयोजित गणेश उत्सव कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में इको टूरिज्म के जरिए दो लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा. साथ ही 400 करोड़ की लागत से हर्बल मिशन की शुरुआत कर आजीविका के नए अवसर सृजित किए जाएंगे. वहीं, मंत्री उनियाल ने डोडीताल क्षेत्र को इको टूरिज्म परियोजना में शामिल करने की घोषणा की. साथ ही इको टूरिज्म समितियां बनाकर पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की बात कही.

Ganesh Utsav Program in Agoda
अगोड़ा गांव में गणेश उत्सव कार्यक्रम

दरअसल, वन मंत्री सुबोध उनियाल उत्तरकाशी के दो दिवसीय दौरे पर हैं. आज वे असी गंगा घाटी के अगोड़ा गांव पहुंचे. जहां उन्होंने गणेश महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक रूप से समृद्धशाली है. इस विरासत को कायम रखते हुए टिकाऊ पर्यटन विकास के लिए सरकार ने इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
ये भी पढ़ेंः शीतकाल में डोडीताल बना पर्यटकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन

इको फ्रेंडली पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी खासकर ध्यान दिया जा रहा है. आजीविका के इस नए क्षेत्र से दो लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है. इको टूरिज्म परियोजना के तहत स्थानीय स्तर पर इको टूरिज्म समितियां बनाकर उनके माध्यम से पर्यटन की गतिविधियां संचालित कर प्राप्त आय का 90 फीसदी हिस्सा संचालन अनुरक्षण कार्य के लिए इन समितियां को दिए जाने का प्रावधान किया गया है.

वन पंचायत अधिनियम में संशोधन कर जड़ी बूटी की खेती और फलदार वृक्षों को उगाने जैसी गतिविधियां पंचायत के दायरे में लाई गई हैं. करीब 400 करोड़ की लागत से हर्बल मिशन की शुरुआत कर जड़ी बूटियां की खेती और विपणन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि हमें वनों के संरक्षण एवं संवर्धन की अपनी विरासत को कायम रखना होगा. तभी हमारा भी अस्तित्व बना रहेगा.

  • आज बाबा काशी विश्वनाथ जी के दर्शन कर भगवान भोलेनाथ जी से सभी के जीवन में सुख-शांति-समृद्धि की कामना की। pic.twitter.com/jQVxeOHLnO

    — Subodh Uniyal (@SubodhUniyal1) September 27, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डोडीताल क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. जिसे देखते हुए क्षेत्र में भी इको टूरिज्म की गतिविधियां संचालित किए जाने को लेकर परियोजना तैयार कर दी गई है. उन्होंने कहा कि डोडीताल झील की सफाई और संरक्षण के साथ ही ट्रैक मार्गों के निर्माण एवं इको फ्रेंडली अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जाएगा.
ये भी पढ़ेंः अल्मोड़ा में मां नंदा सुनंदा की झलक पाने को बेताब दिखे भक्त, हजारों लोगों ने किए दर्शन

वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि डोडीताल में अगले साल तक वन विश्रामगृह का निर्माण करा दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने असी गंगा से सेकू गांव होते हुए मांझी तक के पुराने वन मार्ग का पुनर्निर्माण करने की घोषणा की. जिसके लिए 50 लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध कराने की बात कही.

अगोड़ा गांव में वन मंत्री सुबोध उनियाल

उत्तरकाशीः वन मंत्री सुबोध उनियाल ने अगोड़ा गांव में आयोजित गणेश उत्सव कार्यक्रम में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में इको टूरिज्म के जरिए दो लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा. साथ ही 400 करोड़ की लागत से हर्बल मिशन की शुरुआत कर आजीविका के नए अवसर सृजित किए जाएंगे. वहीं, मंत्री उनियाल ने डोडीताल क्षेत्र को इको टूरिज्म परियोजना में शामिल करने की घोषणा की. साथ ही इको टूरिज्म समितियां बनाकर पर्यटन गतिविधियां संचालित करने की बात कही.

Ganesh Utsav Program in Agoda
अगोड़ा गांव में गणेश उत्सव कार्यक्रम

दरअसल, वन मंत्री सुबोध उनियाल उत्तरकाशी के दो दिवसीय दौरे पर हैं. आज वे असी गंगा घाटी के अगोड़ा गांव पहुंचे. जहां उन्होंने गणेश महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि उत्तराखंड प्राकृतिक एवं सांस्कृतिक रूप से समृद्धशाली है. इस विरासत को कायम रखते हुए टिकाऊ पर्यटन विकास के लिए सरकार ने इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
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इको फ्रेंडली पर्यटन अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी खासकर ध्यान दिया जा रहा है. आजीविका के इस नए क्षेत्र से दो लाख लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है. इको टूरिज्म परियोजना के तहत स्थानीय स्तर पर इको टूरिज्म समितियां बनाकर उनके माध्यम से पर्यटन की गतिविधियां संचालित कर प्राप्त आय का 90 फीसदी हिस्सा संचालन अनुरक्षण कार्य के लिए इन समितियां को दिए जाने का प्रावधान किया गया है.

वन पंचायत अधिनियम में संशोधन कर जड़ी बूटी की खेती और फलदार वृक्षों को उगाने जैसी गतिविधियां पंचायत के दायरे में लाई गई हैं. करीब 400 करोड़ की लागत से हर्बल मिशन की शुरुआत कर जड़ी बूटियां की खेती और विपणन की व्यवस्था की गई है. उन्होंने कहा कि हमें वनों के संरक्षण एवं संवर्धन की अपनी विरासत को कायम रखना होगा. तभी हमारा भी अस्तित्व बना रहेगा.

  • आज बाबा काशी विश्वनाथ जी के दर्शन कर भगवान भोलेनाथ जी से सभी के जीवन में सुख-शांति-समृद्धि की कामना की। pic.twitter.com/jQVxeOHLnO

    — Subodh Uniyal (@SubodhUniyal1) September 27, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

डोडीताल क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. जिसे देखते हुए क्षेत्र में भी इको टूरिज्म की गतिविधियां संचालित किए जाने को लेकर परियोजना तैयार कर दी गई है. उन्होंने कहा कि डोडीताल झील की सफाई और संरक्षण के साथ ही ट्रैक मार्गों के निर्माण एवं इको फ्रेंडली अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जाएगा.
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वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि डोडीताल में अगले साल तक वन विश्रामगृह का निर्माण करा दिया जाएगा. साथ ही उन्होंने असी गंगा से सेकू गांव होते हुए मांझी तक के पुराने वन मार्ग का पुनर्निर्माण करने की घोषणा की. जिसके लिए 50 लाख रुपए की धनराशि उपलब्ध कराने की बात कही.

Last Updated : Sep 27, 2023, 10:57 PM IST
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