उत्तरकाशी: रामलीला मैदान बड़कोट में आयोजित पांच दिवसीय रंवाई शरदोत्सव एवं विकास मेले का शनिवार को आगाज हो गया. कैबिनेट एवं जिला प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने मां भगवती की डोली के सानिध्य में दीप प्रज्वलित कर मेले का शुभारंभ किया. जिला प्रभारी मंत्री ने अपने संबोधन में कहा मेले हमारी पहाड़ की संस्कृति एवं परम्पराएं हैं, जो देखने को मिलती हैं. मेले हमें एक दूसरे से मिलने और सुख- दुख जानने का अवसर देते हैं. रंवाई क्षेत्र की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा रंवाई क्षेत्र ने अपने स्थानीय उत्पाद एवं पारम्परिक खेती नहीं छोड़ी है, न ही इस क्षेत्र से पलायन हुआ है, जो एक पूरे प्रदेश के लिए मिसाल है.
जिला प्रभारी मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा यहां के स्थानीय उत्पाद आलू सेब,लाल चावल प्रसिद्ध हैं, इसे राष्ट्रीय फलक पर विशिष्ट पहचान दिलाने और बढ़ावा देने के प्रयास किए जाएंगे. कैबिनेट मंत्री ने रंवाई शरदोत्सव मेले की सभी जनपदवासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा देश के प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री ने संकल्प लिया है कि आने वाला दशक उत्तराखंड का होगा. जब यह प्रदेश वर्ष 2025 में 25 साल का होगा तब यह राज्य देश के सर्वोच्च राज्य में शामिल होगा. इस दिशा में सरकार निरन्तर आगे बढ़ रही है.
पढ़ें- PM का ड्रीम प्रोजेक्ट 'स्मार्ट सिटी' बना राजनीति का मुद्दा, योजना पर 'अपनों' ने ही घेरा
कैबिनेट मंत्री ने कहा बड़कोट निकाय क्षेत्र के विकास के लिए पेयजल की समस्या को जायका से आच्छादित किया जाएगा. बड़कोट पेयजल की समस्या को लेकर प्रभारी मंत्री ने कहा कि 68 करोड़ की लागत से बनी डीपीआर शासन के पास आ गई है. डीपीआर स्वीकृत होने पर पेयजल का कार्य शुरू किया जाएगा. उन्होंने नगर पालिका बड़कोट के अवस्थापना कार्यों के लिए सभी 7 वार्डों के लिए 35 लाख देने की घोषणा की. मेले के सुंदर आयोजन को लेकर आयोजन समिति को शुभकामनाएं दी.
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री ने मेले में विभिन्न विभागों द्वारा स्थापित स्टाल का भी निरीक्षण किया. बड़कोट नगर पालिका अध्यक्ष अनुपमा रावत ने मुख्य एवं विशिष्ट अथितियों का स्वागत किया औऱ प्रभारी मंत्री को विभिन्न समस्याओं को लेकर मांग पत्र सौंपा. रंवाई शरदोत्सव एवं विकास मेले में कृषि, उद्यान, पशुपालन, समाज कल्याण, उरेडा, बाल विकास, आजीविका, राजस्व आदि विभागों ने विभागीय स्टॉल स्थापित कर सरकार की जनकल्याकारी योजनाओं की जानकारी आमजन को दी गई.