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गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर, जोशियाड़ा पुल पर वाहनों की आवजाही बंद - उत्तरकाशी न्यूज

जोशियाड़ा मोटर पुल पर बस और अन्य बड़ों वाहनों की आवाजाही बंद. आईआईटी बनारस के इंजीनियरों ने सर्वे कर बताया पुल के हालत खस्ता.

जोशियाड़ा मोटर पुल.
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Published : May 2, 2019, 10:28 PM IST

उत्तरकाशी: चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को अतिरिक्त दूरी नापनी पड़ेगी. प्रशासन ने जोशियाड़ा मोटर पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है. साथ ही आपदा में क्षतिग्रस्त हुए तिलोथ पुल पर आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दी है. ये दोनों पुल बंद होने की वजह से बस और बाइक सवार यात्रियों को तेखला और बड़ेथी बाइपास से जाना होगा.

दरअसल, जोशियाड़ा पुल सालों से जर्जर है, जो कभी भी टूट सकता है. जोशियाड़ा पुल महज सर्वे और निरीक्षण तक ही सीमित है. वहीं साल 2012-13 की आपदा में तिलोथ पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसका निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है. तिलोथ पुल से पहले बाइक और पैदल यात्री आवाजाही करते थे. लेकिन, पुल की स्थिति और ज्यादा खराब होने की वजह से इसे पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है. वहीं, शासन-प्रशासन अभी तक जर्जर पुलों को न बनवाने का कारण स्पष्ट नहीं कर पाया है.

जोशियाड़ा मोटर पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद,

जोशियाड़ा और तिलोथ दोनों पुल चारधाम यात्रा में बहुत उपयोगी थे. ये मुख्यालय में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करते थे. लेकिन, अब इन पुलों की स्थिति दयनीय होने के कारण चारधाम यात्रा के दौरान नगर मुख्यालय में ट्रैफिक का भारी दबाव बना रहेगा. प्रशासन तांबाखानी से रूट खोलने की बात कह रहा है. लेकिन, उस रूट पर नगरपालिका का कूड़ा पसरा हुआ है.

डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि जोशियाड़ा पुल का आईआईटी बनारस के इंजीनियरों ने सर्वे कर बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए मना कर दिया है. साथ ही यात्रा के दौरान तेखला बड़ेथी बाइपास का प्रयोग किया जाएगा. उन्होंने बताया कि तांबाखानी रूट को भी आवाजाही को खोला जाएगा. हालांकि बावजूद इसके केदारनाथ और लंबगांव यात्रियों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी. क्योंकि, मुख्य बस अड्डे से बाइपास की दूरी काफी ज्यादा है.

उत्तरकाशी: चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को अतिरिक्त दूरी नापनी पड़ेगी. प्रशासन ने जोशियाड़ा मोटर पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है. साथ ही आपदा में क्षतिग्रस्त हुए तिलोथ पुल पर आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दी है. ये दोनों पुल बंद होने की वजह से बस और बाइक सवार यात्रियों को तेखला और बड़ेथी बाइपास से जाना होगा.

दरअसल, जोशियाड़ा पुल सालों से जर्जर है, जो कभी भी टूट सकता है. जोशियाड़ा पुल महज सर्वे और निरीक्षण तक ही सीमित है. वहीं साल 2012-13 की आपदा में तिलोथ पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसका निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है. तिलोथ पुल से पहले बाइक और पैदल यात्री आवाजाही करते थे. लेकिन, पुल की स्थिति और ज्यादा खराब होने की वजह से इसे पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है. वहीं, शासन-प्रशासन अभी तक जर्जर पुलों को न बनवाने का कारण स्पष्ट नहीं कर पाया है.

जोशियाड़ा मोटर पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद,

जोशियाड़ा और तिलोथ दोनों पुल चारधाम यात्रा में बहुत उपयोगी थे. ये मुख्यालय में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करते थे. लेकिन, अब इन पुलों की स्थिति दयनीय होने के कारण चारधाम यात्रा के दौरान नगर मुख्यालय में ट्रैफिक का भारी दबाव बना रहेगा. प्रशासन तांबाखानी से रूट खोलने की बात कह रहा है. लेकिन, उस रूट पर नगरपालिका का कूड़ा पसरा हुआ है.

डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि जोशियाड़ा पुल का आईआईटी बनारस के इंजीनियरों ने सर्वे कर बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए मना कर दिया है. साथ ही यात्रा के दौरान तेखला बड़ेथी बाइपास का प्रयोग किया जाएगा. उन्होंने बताया कि तांबाखानी रूट को भी आवाजाही को खोला जाएगा. हालांकि बावजूद इसके केदारनाथ और लंबगांव यात्रियों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी. क्योंकि, मुख्य बस अड्डे से बाइपास की दूरी काफी ज्यादा है.

Intro:हेडलाइन- यात्रियों को नापनी पड़ेगी अतिरिक्त दूरी। Slug- Uk_uttarkashi_vipin negi_bridge ban for big vichle_02 may 2019. उत्तरकाशी। चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को अतिरिक्त दूरी नापनी पड़ेगी। प्रशासन ने जोशियाड़ा मोटर पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बन्द कर दी है। साथ ही आपदा में क्षतिग्रस्त तिलोथ पुल पर भी आवाजाही बन्द है। जिस कारण अब यात्रा के दौरान यात्री बसों को तेखला और बड़ेथी बाईपास से आवाजाही करनी होगी। जोशियाड़ा पुल की बात करें,तो यह वर्षों से जर्जर स्थिति में पड़ा हुआ है। जो कि कभी भी क्षतिग्रस्त हो सकता है। साथ ही तिलोथ पुल आपदा में एक और टूट गया था। जो कि अभी तक नहीं बन पाया है। जिस कारण आजकल स्थानीय निवासियों को आवाजाही में दिक्कतो का सामना करना पड़ रहा है।


Body:वीओ-1, शासन प्रशासन अभी तक जर्जर पुलों पर स्थिति साफ नहीं कर पाया है। 2012-13 की आपदा में क्षतिग्रस्त तिलोथ पुल का निर्माण अभी तक शुरू नहीं हो पाया है। तो वर्षों से जर्जर जोशियाड़ा पुल मात्र सर्वे और निरीक्षण तक सीमित रह गया है। इन दोनों पुलों की बात करें,तो यह चारधाम यात्रा में बहुआयामी साबित होते थे और जनपद मुख्यालय में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को भी कम करते थे। जोशियाड़ा पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बन्द कर दी गई है। जिससे कि चारधाम यात्रा के दौरान नगर मुख्यालय में ट्रैफिक का भारी दबाव बना रहेगा। प्रशासन ताँबाखानी से रुट खोलने की बात कह रहा है। लेकिन उस रूट पर नगरपालिका का कूड़ा पसरा पड़ा है।


Conclusion:वीओ-2, डीएम डॉ आशीष चौहान ने कहा कि जोशियाड़ा पुल का आईआईटी बनारस के इंजीनियरों ने सर्वे कर बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए मना किया गया है। साथ ही यात्रा के दौरान तेखला बड़ेथी बाईपास का प्रयोग किया जाएगा। साथ ही ताँबाखानी रूट को भी खोला जाएगा। उसके बाद भी केदारनाथ और लंबगांव जाने वाले यात्रियों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। क्योंकि मुख्य बस अड्डे से बाईपास की दूरी अधिक होने के कारण यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ेगी। बाईट- डॉ आशीष चौहान,डीएम उत्तरकाशी।
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