उत्तरकाशी: चारधाम यात्रा के दौरान गंगोत्री से केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को अतिरिक्त दूरी नापनी पड़ेगी. प्रशासन ने जोशियाड़ा मोटर पुल पर बड़े वाहनों की आवाजाही बंद कर दी है. साथ ही आपदा में क्षतिग्रस्त हुए तिलोथ पुल पर आवाजाही पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दी है. ये दोनों पुल बंद होने की वजह से बस और बाइक सवार यात्रियों को तेखला और बड़ेथी बाइपास से जाना होगा.
दरअसल, जोशियाड़ा पुल सालों से जर्जर है, जो कभी भी टूट सकता है. जोशियाड़ा पुल महज सर्वे और निरीक्षण तक ही सीमित है. वहीं साल 2012-13 की आपदा में तिलोथ पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसका निर्माण अभी तक शुरू नहीं हुआ है. तिलोथ पुल से पहले बाइक और पैदल यात्री आवाजाही करते थे. लेकिन, पुल की स्थिति और ज्यादा खराब होने की वजह से इसे पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया है. वहीं, शासन-प्रशासन अभी तक जर्जर पुलों को न बनवाने का कारण स्पष्ट नहीं कर पाया है.
जोशियाड़ा और तिलोथ दोनों पुल चारधाम यात्रा में बहुत उपयोगी थे. ये मुख्यालय में बढ़ते ट्रैफिक दबाव को कम करते थे. लेकिन, अब इन पुलों की स्थिति दयनीय होने के कारण चारधाम यात्रा के दौरान नगर मुख्यालय में ट्रैफिक का भारी दबाव बना रहेगा. प्रशासन तांबाखानी से रूट खोलने की बात कह रहा है. लेकिन, उस रूट पर नगरपालिका का कूड़ा पसरा हुआ है.
डीएम डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि जोशियाड़ा पुल का आईआईटी बनारस के इंजीनियरों ने सर्वे कर बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए मना कर दिया है. साथ ही यात्रा के दौरान तेखला बड़ेथी बाइपास का प्रयोग किया जाएगा. उन्होंने बताया कि तांबाखानी रूट को भी आवाजाही को खोला जाएगा. हालांकि बावजूद इसके केदारनाथ और लंबगांव यात्रियों को अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी. क्योंकि, मुख्य बस अड्डे से बाइपास की दूरी काफी ज्यादा है.